CBSE बोर्ड ने बदला नियम.. जानकर खुश होंगे 10वीं की परीक्षा में बैठने वाले छात्र
2019 में सीबीएसई की 10वीं की परीक्षा में बैठने वाले छात्रों में से अब शायद ही कोई फेल होगा। सीबीएसई ने बच्चों को आसानी से 10वीं पास करवाने के लिए एक नया तोड़ निकाला है। डाइनामाइट न्यूज़ की इस विशेष खबर में पढ़ें, सीबीएसई ने क्या की है नई घोषणा
नई दिल्लीः केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने 10वीं की बोर्ड परीक्षा में पास होने नियमों में बड़ा बदलाव किया है। इससे अब 10वीं के छात्रों को बड़ी राहत मिलने के आसार है। सीबीएसई ने एक नया नियम बनाया है।
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जिसके अनुसार अब 10वीं में लिखित और प्रायोगिक दोनों परीक्षाओं को मिलाकर न्यूनतम 33 फीसद अंक लाने वाले छात्र-छात्राओं को पास माना जायेगा। बता दें कि इससे पहले 10वीं कक्षा में छात्रों को लिखित और प्रायोगिक परीक्षा दोनों के लिए अलग-अलग न्यूनतम अंक हासिल करने के बाद भी पास माना जाता था।
यह है सीबीएसई का नया नियम, छात्रों को पहुंचेगा ये फायदा
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1. सीबीएसई ने वीरवार को यह आदेश जारी किया है कि अब 10वीं के छात्र-छात्राओं को किसी भी विषय में पास होने के लिए कुल 33 फीसद अंक लाने होंगे।
2. 2019 की बोर्ड परीक्षाओं में यह नियम लागू हो जाएगा जिससे अब छात्रों को दोनों विषयों जिसमें प्रैक्टिकल और थ्योरी दोनों शामिल है। इसमें 33 प्रतिशत अंक लाने होंगे। जो भी छात्र व छात्रा दोनों को मिलाकर 33 प्रतिशत अंक जुटा लेगा उसे पास माना जाएगा।
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क्या कहते हैं सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक
सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक डॉ. संयम भारद्वाज का इस नये नियम को लेकर कहना है कि अब तक 10वीं में छात्र-छात्राओं को पास होने के लिए थ्योरी में 33 प्रतिशत और प्रैक्टिकल में 33 प्रतिशत अंक अलग-अलग लाने पड़ते थे इसे अब बदल दिया गया है। अब दोनों विषयों को मिलाकर 33 प्रतिशत अंक लाने होंगे और प्रैक्टिकल और थ्योरी में जिन छात्रों के 33 प्रतिशत अंक होंगे उन्हें पास माना जाएगा।