राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पढ़ा- मोदी सरकार का रिपोर्ट कार्ड
बजट सत्र को शुरू करते हुए राष्ट्रपति कोविंद ने अपने अभिभाषण में मोदी सरकार का रिपोर्ट कार्ड पढ़ते हुए केन्द्र की कई योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया और सरकार की उपलब्धियों को भी बयां किया। उन्होंने तीन तलाक जैसे मुद्दों पर भी बात की..
नई दिल्ली: संसद में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण के साथ ही बजट सत्र की शुरुआत हो गयी। सेंट्रल हॉल में दोनों सदनों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि बाबा साहब अंबेडकर ने कहा था कि आर्थिक-सामाजिक लोकतंत्र के बिना राजनीतिक लोकतंत्र स्थायी नहीं होगा। उन्होंने कहा कि 2018 का साल नए भारत के सपने को साकार करने के लिए है।
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राष्ट्रपति ने केन्द सरकार की योजनाओं, उपलब्धियों और भावी उद्देश्यों पर विस्तार से फोकस करते हुए कहा कि यह हमारी सभी की ड्यूटी है कि 2019 में जब हम महात्मा गांधी की 150वीं वर्षगांठ मनाएं, तब तक अपने देश को पूर्ण रूप से स्वच्छ कर उनको सच्ची श्रद्धांजलि दे सकें। संसद ने ऐसे बिल को पास किया है जिसके जरिये कामकाजी महिलाओं को 26 हफ्ते का मातृत्व अवकाश प्रदान किया जाएगा। सरकार 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुना करने के लिए प्रतिबद्ध है।
इसके अलावा राष्ट्रपति ने ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी, तीन तलाक, स्टार्ट अप, स्टैंड अप इंडिया पर भी अपनी सकारात्मक बातें कहीं। बता दें कि केंद्रीय बजट एक फरवरी को संसद में पेश किया जाएगा। 9 फरवरी से सत्र में अवकाश घोषित होगा। बजट सत्र का दूसरा चरण पांच मार्च से शुरू होगा, जो छह अप्रैल तक चलेगा।
अभी तक 28 फरवरी को बजट पेश किया जाता था एवं रेल बजट को अलग से पेश किया जाता था, लेकिन नरेंद्र मोदी सरकार ने साल 2017 में इस चलन में बदलावा करते हुए इसकी तिथि बदलते हुए इसकी तारीख 1 फरवरी कर दी है। यह मोदी सरकार का आखिरी पूर्णकालिक बजट सत्र है।