यूपी पुलिस को बड़ी कामयाबी, बिहार के ठठेरा गैंग का सरगना गिरफ्तार

डीएन ब्यूरो

कुशीनगर पुलिस को मंगलवार के दिन बड़ी कामयाबी मिली। 2.40 लाख रुपये नकद और आभूषण सहित 20.40 लाख रुपये के विभिन्न सामान के साथ बिहार के ठठेरा गैंग सरगना सहित के तीन अंतरराज्यीय चोरों को गिरफ्तार किया। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट



कुशीनगर: पुलिस को मंगलवार के दिन बड़ी कामयाबी मिली। 2.40 लाख रुपये नकद और आभूषण सहित 20.40 लाख रुपये के विभिन्न सामान के साथ बिहार के ठठेरा गैंग सरगना सहित के तीन अंतरराज्यीय चोरों को गिरफ्तार किया। एसपी ने इस गैंग का खुलासा करने में शामिल पुलिस टीम को 25 हजार रुपये पुरस्कार देने की घोषणा की है।

कुशीनगर के एसपी धवल जायसवाल ने पुलिस कार्यालय में मंगलवार को इसका खुलासा करते हुए बताया कि  जिले की हाटा कोतवाली, सर्विलांस और साइबर पुलिस ने संयुक्त प्रयास से धोखाधड़ी और चोरों के अंतरराज्यीय गैंग का खुलासा किया है, जिसका नाम ठठेरा गैंग है। यह उत्तर प्रदेश और बिहार के विभिन्न जनपदों में महिलाओं को आभूषण चमकाने के बहाने ठगता था, और उनके आभूषण बदल देता था।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार अभी कुछ दिन पहले हाटा कोतवाली क्षेत्र में हुई ऐसी ही एक घटना में यह गैंग शामिल था। उन्होंने बताया कि दिनदहाड़े घरो में घुसकर धोखाधड़ी से सोने के जेवरात, चोरी किए गए नकद 2 लाख 40 हजार रुपये, गैंग की तरफ से इन घटनाओं में प्रयुक्त मोबाईल फोन व चुराई गई सोने-चांदी के आभूषण और अपराध में प्रयुक्त दो मोटर साइकिल सहित कुल 20 लाख 65 हजार रुपये के सामान के साथ गैंग के सरगना सहित कुल 03 शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है। इन ठगों का नाम-पता विकास कुमार पुत्र उपेन्द्र शाह निवासी नावकोठी थाना नावकोठी जनपद बेगूसराय बिहार, विक्की कुमार पुत्र सूरज साह निवासी मुस्कीपुर कोठी थाना गोगडी जिला खगरिया बिहार और संतोष कुमार पुत्र स्व. मेवालाल निवासी सेठवल थाना रानी की सराय जनपद आजमगढ को गिरफ्तार किया है। इनके विरुद्ध विधिक कार्रवाई की जा रही है। हाटा कोतवाली पुलिस ने इनके विरुद्ध केस दर्ज किया है।

इन अपराधियों के खिलाफ दर्ज हैं कई मुकदमे

गिरफ्तार किए गए विकास कुमार के खिलाफ रायबरेली जनपद के रायबरेली कोतवाली, गाजीपुर जनपद के मदरहा थाना, रायबरेली जनपद के सलोन थाना और कुशीनगर जनपद के हाटा कोतवाली में केस दर्ज है। दूसरे आरोपी विक्की कुमार के खिलाफ हाटा कोतवाली और महराजगंज जनपद के कोतवाली में मुकदमा।दर्ज है। इसके खिलाफ अनैतिक ब्यापार निवारण अधिनियम में भी मुकदमा दर्ज है। तीसरे आरोपी संतोष कुमार पर चोरी और धोखाधड़ी के आरोप में केस दर्ज है।

एक नजर बरामद सामग्री पर

पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के पास से जो चोरी का सामांन बरामद किया है, उसकी कीमत करीब 20.65 लाख रुपये है। इनमें 2.40 लाख रुपये नकद, चोरी के सफेद धातु के जेवरात कुल 173 ग्राम (अनुमानित कीमत लगभग 4,20,117 रुपये, चोरी की पीली धातु के जेवरात कुल 176 ग्राम (अनुमानित कीमत लगभग 10,60,800 रुपये), अपराध में प्रयुक्त दो मोटरसाइकिलें कीमत लगभग 2.50 लाख रुपये, अपराध में प्रयुक्त  भिन्न-भिन्न मल्टीमीडिया एंड्राईट तीन मोबाइल फोन कीमत लगभग 50 हजार रुपये, गैंग के शातिर अपताधियों की तरफ से अपराधिक घटनाओं में अपने बचाव में सीसीटीवी फुटेज से बचने के लिए दोनों मोटरसाईकिलो के कूटरचित 02 आरसी पेपर, छह सरकारी कूटरचित मुहरें, अपराध करने में इस्तेमाल किए गए 02 शीशे के जार, जिसमें शोरा एसिड व साल्ट एसिड भरा था। इसके अलावा अपराधिक घटनाओ में प्रयुक्त 02 तीव्र ज्वलनशील शोरा एसिड व साल्ट एसिड की 02 कांच की शीशियां।

ऐसे करते थे अपराध

कुशीनगर के एसपी ने बताया कि बिहार प्रान्त व उत्तर प्रदेश राज्य के पूर्ववर्ती सीमावर्ती जिलो में यह गैंग “ठठेरा गैंग” के नाम से अपराधी कृत्य करता है। इसका केन्द्र बिन्दु बिहार राज्य का बेगूसराय जिला है। इसका सरगना विकास कुमार शाह बेगूसराय का रहने वाला है। यही गैंग को संचालित करता है। ये लोग बिहार व उ0प्र0 के भिन्न- भिन्न जिलो के भिन्न-भिन्न कस्बो व कालोनियो में रेकी कर भोली-भाली वृद्ध महिलाओ को लक्ष्य बनाते हैं । इसके बाद इस गैंग के 02 सदस्य किसी अज्ञात कम्पनी का जेवरातो की सफाई की आड़ लेकर दिनदहाडे घरों के अन्दर घुसते है तथा अपने पास मौजूद शोरा तेजाब केमिकल के घोल व नमक तेजाब केमिकल के घोल का इस्तेमाल करते हुए सोने के जेवरातो को तरल पदार्थ/ लिक्विड फार्म में परिवर्तित कर देते हैं।

इसके बाद धोखाधड़ी से उस लिक्विड को प्रिजर्व कर चोरी कर लेते हैं। पुनः ठोस तांबा उस घोल में सम्मिलित कर गर्म करते हैं तथा सोने व तांबा को फिर से मिक्स कर ठोस रूप में संरक्षित कर दूरदराज झारखंड व सिवान क्षेत्र में अलग-अलग जगहों पर तांबा व सोने को पृथक कर सोने को सस्ते दाम पर बेच देते हैं। लाखो रुपये का अवैध धन अर्जित करने के बाद इसे आपस में बराबर बंटवारा कर लेते हैं।

यह गैंग इतना शातिर है कि अपने-आपको सीसीटीवी फुटेज से बचने के लिए कूटरचित दोपहिया वाहनो में आरसी का इस्तेमाल करते हैं तथा इनको सत्यापित करने के लिए कूटरचित मुहरों का भी प्रयोग करते हैं। इसके अलावा गाड़ियों की अदला-बदली भी कर लेते हैं। मौका मिलने पर लक्ष्य किए गए मकान की वृद्ध महिलाओं को झांसे में लेकर धोखाधडी से उनके जेवर लेकर फरार हो जाते हैं। इनसे बरामद सफेद धातु व पीली धातु के जेवर तमाम घटनाओ से सम्बन्धित हैं।

हाटा के कोतवाल राजप्रकाश सिंह, साइबर थाना प्रभारी मनोज कुमार पंत, सुकरौली चौकी प्रभारी एसआई संदीप सिंह, एसआई देशराज सरोज, श्री प्रकाश राय,  शरद भारती, हेड कांस्टेबल विजय चौधरी, पंकज सिंह, अभिषेक यादव, कांस्टेबल वृजेश यादव द्वितीय, मुकेश चौहान सहित अन्य  पुलिसकर्मी शामिल थे।










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