

हाथरस में भगदड़ हादसे के बाद बाबा सूरजपाल पहली बार कासगंज में अपने पैतृक गांव पटियाली के बहादुर नगर आश्रम पहुंचा। ज्यादा जानकारी के लिये पढ़िये डाइनामाइट न्यूज की ये रिपोर्ट
कासगंजः हाथरस में भगदड़ हादसे के बाद अब बाबा सूरजपाल उर्फ भोले बाबा कासगंज के अपने पहले आश्रम में पहली बार नजर आये। यहां सूरजापाल अपने वकील एपी सिंह और पत्नी के साथ पहुंचे। सूचना मिलने पर आश्रम में बाबा के भक्तों की भीड़ लग गई। इसके बाद से पुलिस प्रशासन अलर्ट हो गया है।
डाइनामाइट न्यूज संवादादाता के मुताबिक हाथरस के सिकंदराऊ में बीते दिनों सत्संग में हादसा हो गया था। हादसे के बाद से सत्संग करने वाला बाबा नारायण साकार हरि उर्फ सूरजपाल अपने भक्तों के बीच नहीं आ रहा था। बुधवार की दोपहर वह गाड़ियों के काफिले के साथ कासगंज में अपने पैतृक गांव पटियाली के बहादुर नगर आश्रम पहुंचा। बाबा के पहुंचने की खबर सुनकर उसके सेवादार और सर्मथक मौके पर जमा हो गये। इसके बाद पुलिस प्रशासन भी तुरंत अलर्ट मोड पर आ गया।
बाबा सूरज पाल ने आश्रम की व्यवस्थाओं का जायजा लेने के बाद कहा कि चरण रज की बात का झूठा प्रचार किया गया। सिकंदराऊ समेत किसी भी सत्संग में मैंने मंच से इस तरह की बात नहीं कही। यह मेरे खिलाफ भ्रामक प्रचार करने वाले लोगों की अपनी सोच है।
क्या था मामला?
बता दें कि हाथरस के सिकंदाराराऊ इलाके में बीते 2 जुलाई को बाबा सूरजपाल के सत्संग कार्यक्रम में भगदड़ मच गई थी। इस भगदड़ में 121 लोगों की जान चली गई थी। राज्य सरकार ने मामले की जांच के लिये एसआईटी गठित की थी, जिसमें कार्यक्रम के आयोजकों को जिम्मेदार ठहराया गया था। फिलहाल इस मामले की जांच अभी हो रही है।