आजमगढ़: दीक्षांत समारोह में आनंदीबेन पटेल ने 83 मेधावियों को दिया गोल्ड मेडल

आजमगढ़ के महाराजा सुहेलदेव राज्य विश्वविद्यालय के प्रथम दीक्षांत समारोह में सोमवार को मेधावी छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल और अन्य सम्मान से नवाजा गया।

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 23 September 2024, 8:48 PM IST
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आजमगढ़: जनपद के जहानागंज क्षेत्र के बासगित में स्थित महाराजा सुहेलदेव राज्य विश्वविद्यालय (Maharaja Suheldev State University ) के पहले दीक्षांत समारोह (Convocation) में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल (Anandiben Patel) ने आजमगढ़ (Azamgarh) व मऊ के 83 छात्र-छात्राओं (Students) को अपने पाठ्यक्रमों व संकाय में अव्वल आने पर गोल मेडल (Gold Medals) व प्रशस्ति पत्र प्रदान किया। 

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार समारोह की अध्यक्षता उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने की। मुख्य अतिथि बठिंडा यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. राघवेंद्र प्रसाद तिवारी और कार्यक्रम के विशेष अतिथि उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय व उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. रजनी तिवारी, महाराजा सुहेलदेव राज्य विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा समेत अन्य लोगों ने अतिथियों का स्वागत किया।

83 छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल
महामहिम राज्यपाल ने 83 छात्र-छात्राओं को अपने पाठ्यक्रमों व संकाय में अव्वल आने पर गोल्ड मेडल व प्रशस्ति पत्र प्रदान किया। इसके अलावा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं परिषदीय विद्यालयों के बच्चों को भी प्रशस्ति पत्र व किट बैग देकर सम्मानित किया। 

मेधावियों को गोल्ड मेडल देती राज्यपाल आनंदीबेन पटेल

जानकारी के अनुसार इसी वर्ष मार्च माह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस विश्वविद्यालय का लोकार्पण किया था। हालांकि पिछले दो वर्षों से अस्थाई कार्यालय बनाकर विश्वविद्यालय का संचालन किया जा रहा था। अब विश्वविद्यालय का खुद का कैंपस हो गया है। जिसमें पहला बड़ा कार्यक्रम आयोजित हुआ।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट के रूप में आजमगढ़ विश्वविद्यालय का निर्माण कराया गया है और इस विश्वविद्यालय से आजमगढ़ तथा मऊ जनपद के 469 महाविद्यालय संबद्ध हैं। जिसमें चार राजकीय महाविद्यालय हैं। 

बालिकाओं के प्रति सोच बदले समाज
महामहिम राज्यपाल ने अपने संबोधन में बालिकाओं की शिक्षा को लेकर कई तथ्य सामने रखे और बालिकाओं की शिक्षा के प्रति समाज की सोच पर भी उन्होंने सवाल खड़ा करते हुए लोगों को सोच बदलने की नसीहत दी। 

उन्होंने युवाओं को पढ़ लिखकर आगे आने की बात कही और स्वयं के रोजगार से जुड़ने के लिए भी प्रोत्साहित किया। सरकार द्वारा बालिकाओं व युवाओं से संबंधित योजनाओं की जानकारी दी। खासकर बालिकाओं की शिक्षा को लेकर उन्होंने कहा कि उनको परिवार की तरफ से बहुत कम मौका दिया जाता है जबकि बालकों को प्रोत्साहित किया जाता है हालांकि अगर मौका मिलता है तो बालिकाएं शिक्षा में ज्यादा आगे निकलते हैं लेकिन उनको मौके कम दिए जाते हैं। 

उन्होंने गोल्ड मेडल पाने वाले सभी बच्चों को शुभकामनाएं दी और भविष्य में अपने मेडल के सम्मान में आगे बढ़ते रहने को कहा। 

खासकर बालिकाओं की शिक्षा को लेकर उन्होंने कहा कि उनको परिवार की तरफ से बहुत कम मौका दिया जाता है, जबकि बालकों को प्रोत्साहित किया जाता है। हालांकि अगर मौका मिलता है तो बालिकाएं शिक्षा में ज्यादा आगे निकलती हैं। लेकिन उनको मौके कम दिए जाते हैं।

उन्होंने गोल्ड मेडल पाने वाले सभी बच्चों को शुभकामनाएं दी और भविष्य में अपने मेडल के सम्मान में आगे बढ़ते रहने को कहा।

इससे पूर्व कुलपति प्रदीप कुमार शर्मा ने विश्वविद्यालय के शिलान्यास से लोकार्पण व शिक्षण व्यवस्था को लेकर स्लाइड के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी।

मुख्य अतिथि बठिंडा यूनिवर्सिटी के कुलपति ने भी शिक्षा के महत्व को लेकर कई बातें कहीं। प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री ने राज्यपाल के उत्तर प्रदेश में शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए किया जा रहे कार्यों को याद करते सराहना की। वही राज्य मंत्री डॉक्टर रजनी तिवारी ने भी बालिकाओं की शिक्षा को लेकर कई बातें बतायी।