जौनपुर का अशरफ.....घर की छत पर बैठकर करता था इतना बड़ा कांड, विदेश में बैठे लोगों से लोकल दर पर कराता था बात

डीएन ब्यूरो

यूपी के जौनपुर में घर से संचालित टेलीफोन एक्सचेंज के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय कॉल को लोकल कॉल में परिवर्तित करने वाले गिरोह के सरगना को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज की ये पूरी रिपोर्ट

आरोपी का घर
आरोपी का घर


जौनपुर: यूपी एटीएस और जौनपुर पुलिस की संयुक्त टीम ने घर से संचालित टेलीफोन एक्सचेंज के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय कॉल को लोकल कॉल में परिवर्तित करने वाले गिरोह के सरगना अशरफ अली को उसके घर से गिरफ्तार किया है। एटीएस को अंदेशा है कि आरोपी टेरर फंडिंग और हवाला के माध्यम से रुपये का लेने-देने करता है। यूपी एटीएस टीम ने अवैध रूप से विदेशी कॉल पर बात कराने वाले युवक को जौनपुर के बक्शा थाना क्षेत्र के दुल्लीपुर गांव से गिरफ्तार किया है। 

डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के मुताबिक यूपी एटीएस टीम ने मंगलवार को बक्शा थाना क्षेत्र के दुल्लीपुर गांव से अवैध रूप से विदेशी कॉल पर बात कराने वाले युवक को गिरफ्तार किया है। टीम ने आरोपी असरफ अली के घर से सिम बॉक्स, 64 सिम व लैपटॉप व पांच मोबाइल सहित अन्य उपकरण को कब्जे में लेते हुए बक्शा थाने पहुंच मुकदमा दर्ज कराया। आरोपी घर की छत से ही टेलीफोन एक्सचेंज चलाता था, जिससे लोग विदेश में बैठे लोगों से लोकल की दर पर बात किया करते थे। 

एटीएस टीम ने बताया कि थाना क्षेत्र के दुल्लीपुर गांव निवासी निसार का पुत्र असरफ अली 1997 से 2012 तक मुंबई के भिवंडी में रहकर फेरी लगाने का कार्य किया करता था। असरफ की माने तो भिवंडी में ही इसकी मुलाकात जहांगीर नाम के युवक से हुई। पैसा कमाने का लालच देकर जहांगीर ने असरफ को सऊदी में रहने वाले मोहम्मद अली से संपर्क करा दिया। मोहम्मद अली ने असरफ को कोरियर के माध्यम से सिम बॉक्स उपकरण भेज दिया। इधर असरफ अपने छत पर ही अवैध टेलीफोन एक्सचेंज स्थापित कर राष्ट्र की सुरक्षा में सेंध लगाने व राजस्व क्षति करने वाले गैंग में शामिल हो गया। असरफ लोकल कॉल पर अंतरराष्ट्रीय कॉल पर बात कराता था। असरफ को माह में करीब एक लाख रुपया की आय होती थी जो उसके बैंक अकाउंट या हवाला के माध्यम से आ जाता था। एटीएस टीम ने आरोपी के पास से प्री एक्टिवेटेड 65 सिम, सिम बॉक्स, एडाप्टर, 4 जी राउटर, पांच मोबाइल, लैपटॉप सहित अन्य उपकरण बरामद किया है। 

इस मामले में जब हमारी टीम ने ग्राउंड जीरो पर पहुंचकर स्थानीय लोगों से पूछताछ की तो स्थानीय लोगों ने बताया कि अशरफ गांव में रहकर बिजली का काम करता था। आरोपी अशरफ की पत्नी का कहना है कि उसके पति गांव में रहकर बिजली का काम करते हैं। अगर हमारे पति इस तरह का काम किए होते तो हमारे घर में अभी तक प्लास्टर नहीं हुआ है वो हो जाता। हमारे पति आज भी साइकिल से जाते हैं और अपने परिवार का बिजली बनाकर पालन पोषण करते हैं।


 










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