Aman Sahu Encounter: झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू का हुआ अंत, देखिए कैसे खत्म हुआ बदमाश

कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू पुलिस एनकाउंटर में ढेर हो गया है। डाइनामाइट न्यूज़ की इस रिपोर्ट में जानिए कि कैसे हुआ इसका खात्मा

Updated : 11 March 2025, 12:10 PM IST
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रांची: झारखंड के पलामू में कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू को एनकाउंटर में ढेर कर दिया गया है। अमन साहू को रायपुर जेल से झारखंड लाया जा रहा था। 

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, रायपुर जेल से झारखंड आते समय पुलिस की गाड़ी का पलामू के चैनपुर इलाके में एक्सीडेंट हो गया, जिसके बाद अमन साहू एक जवान से इंसास राइफल छीनकर भागने की कोशिश कर रहा था। पुलिस के रोकने पर उसने फायरिंग शुरू कर दी। जिसके बाद पुलिस की जवाबी फायरिंग में गैंगस्टर अमन साहू को कई गोलियां लग गई, जिससे घटनास्थल पर ही अमन साहू की मौत हो गई। 

तीन महीने से जेल में था बदमाश

अमन साहू पिछले तीन महीने से रायपुर की जेल में बंद था। रांची के बरियातू में कोयला कारोबारी पर हुए हमले और हजारीबाग में एनटीपीसी डीजीएम के मर्डर मामले में पूछताछ करने अमन साहू को रांची लाया जा रहा था। 

झारखंड में अमन साहू गिरोह का आतंक और उत्पात अन्य आपराधिक गिरोहों की तुलना में बढ़ा था। तीन दिन पहले इसी गिरोह के अपराधियों ने रांची के बरियातू रोड में कोयला ट्रांसपोर्टर बिपिन मिश्रा पर फायरिंग की थी। 

कौन है अमन साहू?

अमन साहू रांची के छोटे से गांव मतबे का रहने वाला है। झारखंड में उसके ऊपर 100 से अधिक मामले दर्ज हैं। अमन साहू हार्डकोर माओवादी भी रहा है। अमन साहू का नाम कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से भी जोड़ा जाता था। सूत्रों के मुताबिक, अमन लॉरेंस को गुर्गे सप्लाई करता था और बदले में हाईटेक हथियार प्राप्त करता था। 

Published : 
  • 11 March 2025, 12:10 PM IST