

यूपी के वाराणसी जिले में युवती के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले में पहला एक्शन सामने आया है, पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
वाराणसी: यूपी के वाराणसी जिले में 19 वर्षीय युवती के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले ने प्रदेश में हड़कंप मचा दिया है। सात दिनों तक 23 युवकों द्वारा अलग-अलग स्थानों पर किए गए इस घिनौने अपराध की गूंज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक भी पहुंची। घटना के बाद शासन ने सख्त रुख अपनाते हुए वाराणसी कमिश्नरेट के डीसीपी वरुणा जोन चंद्रकांत मीणा को पद से हटा दिया है। उन्हें अब डीजीपी मुख्यालय, लखनऊ से अटैच किया गया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, घटना लालपुर-पांडेयपुर थाना क्षेत्र की है, जहां 6 अप्रैल को पीड़िता ने 12 नामजद और 11 अज्ञात युवकों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। युवती ने बताया कि उसे सात दिनों तक विभिन्न स्थानों पर ले जाकर बार-बार दुष्कर्म किया गया। उसके बयान के आधार पर पुलिस ने कई होटलों और हुक्का बार में छापेमारी की और अब तक 13 आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। बाकी 10 आरोपितों की तलाश जारी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब 11 अप्रैल को अपने संसदीय क्षेत्र काशी पहुंचे थे, तो एयरपोर्ट पर उतरते ही उन्होंने पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल से इस मामले की जानकारी ली। उन्होंने पूछा कि युवती के साथ हुए अत्याचार पर अब तक क्या कार्रवाई हुई है। अफसरों ने जानकारी दी कि सभी नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है और अदालत ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
माना जा रहा था कि प्रधानमंत्री की नाराजगी के बाद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों पर कार्रवाई होगी, और वही हुआ। शासन ने डीसीपी चंद्रकांत मीणा को तत्काल प्रभाव से हटाया और उन्हें डीजीपी मुख्यालय से संबद्ध कर दिया गया।