Uttar Pradesh: पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के लिए भारतीय सेना की जासूसी करने का आरोपी लखनऊ से गिरफ्तार, जानिये पूरा अपडेट

उत्तर प्रदेश पुलिस के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने पाकिस्‍तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए भारतीय सेना की जासूसी करने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 26 September 2023, 4:58 PM IST
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लखनऊ: उत्तर प्रदेश पुलिस के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने पाकिस्‍तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए भारतीय सेना की जासूसी करने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। एटीएस ने मंगलवार को एक बयान में यह जानकारी दी।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक उत्तर प्रदेश के विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने मंगलवार को एक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया है कि एटीएस ने पाकिस्‍तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए भारतीय सेना की जासूसी करने के आरोप में कासगंज जिले के पटियाली थाना क्षेत्र के जिनौल के निवासी शैलेश कुमार सिंह उर्फ शैलेन्द्र सिंह चौहान को गिरफ्तार किया है।

शैलेश के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज करके उसे अदालत में पेश किया गया है और नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है।

बयान में दावा किया गया है कि उत्तर प्रदेश एटीएस की टीम ने भौतिक एवं इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस से जांच की तो पता चला कि शैलेश कुमार ने व्हाट्सऐप और फेसबुक के जरिये पाकिस्‍तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई को सेना से जुड़ी जानकारी साझा की है।

कुमार ने बताया कि शैलेश ने करीब नौ महीने तक अरुणाचल प्रदेश में भारतीय सेना में अस्थायी कर्मचारी के रूप में काम किया था जिसकी वजह से उसके पास सेना से जुड़ी महत्‍वपूर्ण जानकारी थी।

बयान में कहा गया है कि शैलेश फिलहाल भारतीय सेना में किसी पद पर कार्यरत नहीं है, लेकिन वह खुद को सेना में कार्यरत बताता था।

शैलेश ने सोशल मीडिया पर शैलेन्द्र सिंह चौहान नाम की अपनी प्रोफाइल में भारतीय सेना की वर्दी में अपनी तस्वीर लगायी थी।

बयान के अनुसार शैलेश फेसबुक के माध्‍यम से हरलीन कौर नामक महिला के संपर्क में आया जो छद्म पहचान से आईएसआई के लिए काम कर रही थी और वह शैलेश से मैसेंजर के जरिए बात करने लगी।

बयान में कहा गया है कि इसी बीच शैलेश की एक अन्‍य आईएसआई हैंडलर प्रीति से भी व्हाट्सऐप पर ऑडियो काल के माध्‍यम से बातें होने लगी, शैलेश ने प्रीति को भी अपना परिचय सेना के जवान के रूप में दिया।

बयान के अनुसार शुरुआत में प्रीति से शैलेश अंतरंग बातें करता था और बाद में प्रीति ने उसे पैसों का लालच देकर आईएसआई के लिए काम करने की पेशकश की। बयान के अनुसार पैसों के लालच में शैलेश ने प्रीति नाम की हैंडलर को सेना से जुड़े महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की लोकेशन तथा सेना की गाड़ियों की आवाजाही के फोटो भेजे, उसने यही तस्‍वीरें हरलीन कौर नाम की हैंडलर को भी भेजीं।

बयान में कहा गया है कि इसके एवज में आरोपी को ‘फोन पे’ के माध्यम से अप्रैल महीने में दो हजार रुपये मिले, इसके बाद जब-जब उसने सूचनाएं साझा कीं तो उसे पैसे दिए गए।

बयान के अनुसार प्रीति और हरलीन कौर आईएसआई के हैंडलर हैं जो सीमा पार से छद्म नाम का इस्तेमाल कर सेना से जुड़ी जानकारी प्राप्त करके आईएसआई को उपलब्‍ध कराती हैं और आईएसआई इन जानकारियों का प्रयोग भारत के विरुद्ध करती है।

पुलिस के अनुसार उत्तर प्रदेश एटीएस द्वारा गिरफ्तार आरोपी शैलेश उर्फ शैलेन्द्र को पुलिस हिरासत में लेने के लिए अदालत से अनुरोध किया जाएगा ताकि भारत में इसके अन्य साथियों और भारत में फैले इस नेटवर्क में लिप्त अन्य लोगों की जानकारी हासिल की जा सके।

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