अमृतसर ट्रेन हादसाः गमगीन माहौल में भी आक्रोश, नम आंखों को अब भी अपनों की तलाश
पंजाब के अमृतसर में जोड़ा फाटक के पास दशहरे के दिन हुये भीषण हादसे में मारे गये लोगों में प्रशासन व सरकार के खिलाफ नाराजगी साफ देखी जा रही है। हादसे के दूसरे दिन भी लोग अपने परिजनों के जिंदा होने की आस में यहां जोड़ा फाटक पर पहुंच रहे हैं। डाइनामाइट न्यूज़ की इस खबर में पड़े किस तरह अब भी यहां मचा पड़ा है हाहाकार
अमृतसरः विजयदशमी दशहरे पर पंजाब के अमृतसर में हुये रेल हादसे में अब तक 61 लोग अपनी जान गवा चुके है। शुक्रवार को जब यह भीषण हादसा हुआ तब लोग काफी तादाद में यहां दशहरे पर रावण पुतला दहन देखने के लिये जुटे थे। रावण दहन देख रहे लोग इस पल का लुत्फ उठा ही रहे थे कि तभी यहां ट्रैक पर खड़ी भारी भीड़ ट्रेन की चपेट में आ गई और कुछ ही सैकेंड में कई लोगों के शव क्षत-विक्षत हो गये।
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हादसे के बाद ट्रैक के दोनों तरफ 150 मीटर तक शव बिखरे हुये नजर आ रहे थे। इस भीषण हादसे के बाद घटनास्थल पर लोगों में अफरा-तफरी मच गई हादसे से पहले जो कार्यक्रम बड़े ही भव्य तरीके से चल रहा था वह कुछ ही देर में मातम में तब्दील हो गया।
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इस भीषण हादसे के दूसरे दिन भी लोग अपने परिजनों की तलाश में जोड़ा फाटक पर पहुंच रहे हैं। यहीं नहीं हादसे के बाद लोगों में प्रशासन और रेलवे के खिलाफ भी गुस्सा फूट पड़ा है। घटनास्थल पर लोग सरकार और रेलवे खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं।
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इस भीषण हादसे में मौत के मुंह में समाने वाले लोगों को यकीन ही नहीं हो रहा है कि उनके परिवार के लोग इस तरह दशहरे के दिन उनको छोड़कर चले जायेंगे यह उन्होंने शायद ही सोचा था।
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यहीं वजह है कि यहां मौजूद भारी भीड़ में जिन लोगों ने अपने परिजनों व सगे-संबंधियों को खो दिया है सभी घटनास्थल पर अब भी पहुंच रहे हैं। स्थानीय अस्पताल में भी भारी भीड़ देखी जा रही है। लोग एक-दूसरे से पूछताछ कर रहे हैं कि कहीं उन्होंने उनके परिजनों को देखा क्या। उन्हें अब भी ऐसा लग रहा है कि शायद उनके परिजन अब भी जिंदा हो।