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विराट कोहली और रोहित शर्मा के वनडे भविष्य को लेकर सवाल तेज़ हो गए हैं, लेकिन अब उनका चयन सिर्फ प्रदर्शन के आधार पर होगा। दोनों खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया दौरे से वापसी करने वाले हैं और दिसंबर में शुरू हो रही विजय हज़ारे ट्रॉफी में भी खेलने की संभावना है।
रोहित शर्मा और विराट कोहली (Img: Internet)
New Delhi: विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे दो दिग्गज भारतीय बल्लेबाज़ों के वनडे भविष्य को लेकर अब गंभीर चर्चाएं शुरू हो गई हैं। फैंस उम्मीद कर रहे हैं कि ये दोनों खिलाड़ी 2027 में होने वाले वनडे विश्व कप में टीम इंडिया की ओर से अंतिम बार खेलते नज़र आएं, लेकिन अब राह उतनी आसान नहीं रही। चयनकर्ताओं ने साफ कर दिया है कि अब चयन केवल प्रदर्शन के आधार पर होगा, न कि नाम या अनुभव पर।
कोहली और रोहित शर्मा ऑस्ट्रेलिया दौरे से एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी करेंगे। इसके बाद भारत को दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड के खिलाफ भी वनडे सीरीज़ खेलनी है, जो उनके फॉर्म और फिटनेस की अगली परीक्षा होगी। यह उनके लिए चयनकर्ताओं को प्रभावित करने का बड़ा मौका होगा।
बीच में ही घरेलू क्रिकेट का बड़ा टूर्नामेंट, विजय हज़ारे ट्रॉफी, 24 दिसंबर 2025 से शुरू हो रहा है। यह टूर्नामेंट दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड की वनडे सीरीज़ के बीच में आयोजित होगा। बीसीसीआई और चयनकर्ताओं को उम्मीद है कि विराट कोहली और रोहित शर्मा इसमें अपनी-अपनी घरेलू टीमों के लिए हिस्सा लेंगे।
रोहित शर्मा और विराट कोहली (Img: Internet)
विजय हज़ारे ट्रॉफी में कुल छह मैच खेले जाएंगे, और सूत्रों के अनुसार, चयन समिति चाहती है कि ये दोनों खिलाड़ी कम से कम 3-4 मुकाबलों में खेलें। इससे न सिर्फ उनकी मैच फिटनेस का आकलन होगा, बल्कि घरेलू क्रिकेट को भी मजबूती मिलेगी।
मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर ने यह स्पष्ट कर दिया है कि यदि कोई खिलाड़ी फिट और उपलब्ध है, तो उससे घरेलू टूर्नामेंट में खेलने की उम्मीद की जाती है। यही कारण है कि बीसीसीआई भी अब विराट और रोहित के भविष्य को लेकर साफ संकेत दे रही है, चयन का रास्ता अब घरेलू क्रिकेट से होकर ही गुज़रेगा।
विराट और रोहित के करियर के अंतिम चरण में यह एक बड़ा मौका है। अगर वे 2027 विश्व कप का हिस्सा बनना चाहते हैं, तो उन्हें निरंतर प्रदर्शन और फिटनेस बनाए रखनी होगी। विजय हज़ारे ट्रॉफी, दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज़ उनके लिए चयनकर्ताओं को यह दिखाने का मंच है कि वे अब भी उच्च स्तर पर खेलने के लिए तैयार हैं। घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन से दोनों यह साबित कर सकते हैं कि वे अभी भी विश्व कप जैसी बड़ी चुनौती के लिए प्रासंगिक हैं।