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रवींद्र जडेजा के पास कोलकाता के ईडन गार्डन्स में सचिन तेंदुलकर को पीछे छोड़ने और टेस्ट क्रिकेट में 350 विकेट तक पहुंचने का बड़ा मौका है। 14 नवंबर से शुरू हो रही भारत-दक्षिण अफ्रीका टेस्ट सीरीज़ में जडेजा टीम इंडिया के लिए निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं।
रवींद्र जडेजा (Img: BCCI-X)
Kolkata: ऑस्ट्रेलिया दौरे के समापन के बाद अब टीम इंडिया दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज़ खेलने के लिए तैयार है। यह सीरीज़ 14 नवंबर से कोलकाता के ऐतिहासिक ईडन गार्डन्स स्टेडियम में शुरू होगी। कप्तान शुभमन गिल की अगुवाई में भारतीय टीम जीत के साथ नए टेस्ट चक्र का आगाज करना चाहेगी। इस मैच में सभी की नज़रें टीम इंडिया के अनुभवी ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा पर होंगी, जिनके पास एक बड़ा व्यक्तिगत रिकॉर्ड अपने नाम करने का मौका है।
रवींद्र जडेजा दुनिया के शीर्ष ऑलराउंडरों में गिने जाते हैं। वे अपनी सटीक गेंदबाज़ी और उपयोगी बल्लेबाज़ी के लिए जाने जाते हैं। ईडन गार्डन्स में अब तक खेले गए तीन टेस्ट मैचों की छह पारियों में जडेजा चार विकेट ले चुके हैं। अगर वे दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट में दो विकेट और लेते हैं, तो इस मैदान पर सबसे अधिक विकेट लेने के मामले में वे महान बल्लेबाज़ सचिन तेंदुलकर को पीछे छोड़ देंगे।
रवींद्र जडेजा (Img: BCCI-X)
सचिन ने ईडन गार्डन्स में 13 टेस्ट मैचों की 12 पारियों में पांच विकेट लिए हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 31 रन देकर 3 विकेट रहा है। वहीं, जडेजा का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 41 रन देकर 3 विकेट है। इस मैदान पर सबसे अधिक विकेट लेने का रिकॉर्ड भारतीय स्पिनर हरभजन सिंह के नाम है, जिन्होंने 7 मैचों की 13 पारियों में 46 विकेट चटकाए थे।
रवींद्र जडेजा अब तक 87 टेस्ट मैचों की 169 पारियों में 338 विकेट झटक चुके हैं। ऐसे में यह सीरीज़ उनके लिए एक और ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करने का मौका लेकर आई है। अगर वे दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दो मैचों की सीरीज़ में 12 विकेट लेने में सफल रहते हैं, तो वे टेस्ट क्रिकेट में 350 विकेट पूरे कर लेंगे।
इसके साथ ही जडेजा भारत के उन चुनिंदा गेंदबाज़ों की सूची में शामिल हो जाएंगे, जिन्होंने 350 या उससे अधिक टेस्ट विकेट हासिल किए हैं। इस एलीट क्लब में फिलहाल अनिल कुंबले (619), रविचंद्रन अश्विन (516+), कपिल देव (434) और हरभजन सिंह (417) के नाम शामिल हैं।
भारत अगर इस सीरीज़ को 2-0 से जीतता है, तो न केवल विश्व टेस्ट चैंपियनशिप अंक तालिका में ऊंचा स्थान हासिल करेगा, बल्कि जडेजा भी अपने नाम एक और ऐतिहासिक रिकॉर्ड दर्ज कर पाएंगे।