पाकिस्तान ने किया Asia Cup का बॉयकॉट…तो हो जाएगी BCCI की बेइज्जती! जय शाह लेंगे बड़ा एक्शन?

पाकिस्तान द्वारा एशिया कप का बहिष्कार करने की धमकी ने बीसीसीआई की बेइज्जती की चिंता बढ़ा दी है। अगर पाकिस्तान टूर्नामेंट से बाहर हो जाता है, तो इसका असर एशिया कप की प्रतिष्ठा और भारतीय क्रिकेट की अंतरराष्ट्रीय छवि पर पड़ेगा।

Post Published By: Mrinal Pathak
Updated : 17 September 2025, 3:22 PM IST
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Dubai: एशिया कप 2025 अपने रोमांचक मोड़ में है। जहां भारत ने आराम से सुपर-4 की टिकट पक्की कर ली है, वहीं पाकिस्तान अभी भी इस सफर में कहीं खोया हुआ दिख रहा है। लेकिन मैच की बजाय उनका फोकस फिलहाल भारत के खिलाड़ियों से ‘हैंडशेक’ विवाद पर लड़ने और अंपायरों पर रिश्वत के आरोप लगाने में ज्यादा है। इतना ही नहीं, पाकिस्तान टीम धमकी भी दे रहे हैं कि वह इस टूर्नामेंट का बहिष्कार कर देंगे!

वैसे अगर पाकिस्तान ने सच में एशिया कप का बहिष्कार किया तो इससे पीसीबी का तो नुकसान होगा ही, लेकिन साथ में बीसीसीआई की भी फजीहत हो जाएगी। अब हम ये क्यों कह रहें हैं कि पाकिस्तान के बॉयकॉट करने से बीसीसीआई की फजीहत हो जाएगी? चलिए बताते हैं...

BCCI की क्यों होगी बेइज्जती?

दरअसल, सभी के मन में सबसे बड़ा सवाल ये होगा कि आखिर पाकिस्तान के एशिया कप को बॉयकॉट करने पर बीसीसीआई की दुनियाभर में बेइज्जती क्यों होगी? तो ये सवाल का जवाब आज बखूबी जानते हैं। इस बात से कोई अनजान नहीं है कि भारत-पाकिस्तान के रिश्ते काफी खराब है। पहलगाम हमले के बाद से ही इन दोनों देशों के खट्टे रिश्ते और भी ज्यादा खट्टे हो गए। जिसके बाद एशिया कप में भारत-पाकिस्तान के मुकाबले ने पीड़ित परिवारों के जख्मों पर नमक रगड़ा है।

PCB में BCCI से ज्यादा हिम्मत?

पहलगाम हमले के बाद सभी के मन में ये सवाल था कि क्या भारत-पाकिस्तान का मुकाबला खेला जाएगा? कई लोगों ने इस मुकाबले को बॉयकॉट करने की मांग की थी। पहलगाम हमले में जान गंवाने वाले लोगों के परिवार ने इसम मैच को ना खेलने का अनुरोध भी किया था, लेकिन बीसीसीआई ने सभी की बातों को नजरअंदाज करते हुए इस मैच को खेलने का निर्णय लिया। लेकिन, अब अगर पाकिस्तान टूर्नामेंट को छोड़ने का फैसला लेता है तो ये फिर लोग बीसीसीआई को पीसीबी से कम समझने लगेंगे।

बीसीसीआई और पीसीबी (Img: Internet)

नुकसान के बजाए सम्मान चुना!

कई लोगों का कहना है कि जो काम बीसीसीआई को करना चाहिए था वो पीसीबी करने की तैयारी कर रहा है। पाकिस्तान ने अगर एशिया कप का बहिष्कार कर दिया तो लोगों की ये बात सही हो जाएगी कि पाकिस्तान ने नुकसान के बजाए अपने सम्मान को पहले रखा। जबकि पाकिस्तान और उसके क्रिकेट बोर्ड की आर्थिक हालत भारत के मुकाबले कुछ भी नहीं है। इसके बावजूद बीसीसीआई ने ऐसा नहीं किया, जिसकी वजह से बोर्ड की फजीहत होना तय हो जाएगी।

किसे खुश करना चाहती थी BCCI?

कई लोगों ने ये सवाल भी किया है कि जब भारत-पाकिस्तान मुकाबला का इतना बहिष्कार हो रहा था तब बीसीसीआई ने इसे क्यों करवाया? जिसका जवाब भी कुछ लोगों ने ही दे दिया था। जिनका मानना था कि बीसीसीआई ब्रॉडकास्टर्स को खुश करना चाहता था, इसलिए उन्होंने ये मैच खेलने का फैसला किया, क्योंकि अगर ये मुकाबला नहीं होता तो बीसीसीआई को काफी नुकसान झेलना पड़ता।

पाकिस्तान को कितना होगा नुकसान?

अब सवाल ये भी है कि क्या पाकिस्तान को नुकसान का डर नहीं, जो वो एशिया कप बॉयकॉट करने की मांग कर रहा है? तो आपको बता दें कि अगर पाकिस्तान कुछ ऐसा करता है तो वो कंगाल होने के कगार पर आ जाएगा, क्योंकि उसके इस कदम से ब्रॉडकास्टर्स तो नाराज होंगे ही, साथ ही उसे लगभग 140 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हो सकता है।

ACC का क्या होगा फैसला?

वैसे तो एसीसी के अध्यक्ष पाकिस्तान के मोहसिन नकवी ही हैं, तो इससे ये कहना गलत नहीं होगा कि एसीसी पाकिस्तान के खिलाफ कोई कड़े कदम उठाएगा। जिससे साफ है कि अगर कुछ ऐसा होता है तो एसीसी के तरफ से पाकिस्तान को ज्यादा नुकसान नहीं होगा।

जय शाह लेंगे बड़ा एक्शन!

हालांकि, पाकिस्तान को आईसीसी के तरफ से बड़ा झटका लग सकता है। क्योंकि, आईसीसी के चेयरमैन भारत के जय शाह हैं, जो पाकिस्तान के इस कदम पर बड़ा एक्शन ले सकते हैं। माना जा रहा है कि अगर पाकिस्तान एशिया कप का बहिष्कार करता है तो उसे बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। वह आईसीसी में अपनी मेंबरशिप भी खो सकता है और फिर उससे बड़े टूर्नामेंट में उसे भाग लेने का मौका भी छीना जा सकता है।

क्या होगा आखिरी फैसला?

वैसे तो इसके आसार काफी कम नजर आ रहे हैं कि पाकिस्तान टूर्नामेंट का बहिष्कार करेगा, क्योंकि आज UAE के खिलाफ मैच खेलने से पहले टीम प्रैक्टिस करते हुए नजर आई है। ऐसे में इससे ये समझा जा सकता है कि पाकिस्तान की बहिष्कार की धमकी खोखली थी।

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