

कर्नाटक सरकार ने हाईकोर्ट में एक रिपोर्ट पेश की है, जिसमें विराट कोहली के एक वीडियो का जिक्र करते हुए सरकार ने आरसीबी को ही इस बेंगलुरु में हुए भगदड़ का जिम्मेदार ठहरा दिया है।
बेंगलुरु भगदड़ मामला (सोर्स- सोशल मीडिया)
New Delhi: 18 साल के लंबे इंतजार के बाद रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने आईपीएल 2025 का खिताब रजत पाटीदार की कप्तानी में जीता, लेकिन ये जीत टीम के लिए खुशखबरी से कई ज्यादा दुखभरी और टेंशन देने वाली हो गई है। बेंगलुरु में हुए भगदड़ की वजह से मामला हाईकोर्ट पहुंच गया है। जिसे लेकर आज कर्नाटक सरकार ने हाईकोर्ट में एक रिपोर्ट पेश की है, जिसमें विराट कोहली के एक वीडियो का जिक्र करते हुए सरकार ने आरसीबी को ही इस भगदड़ का जिम्मेदार ठहरा दिया है।
दरअसल, बेंगलुरु भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई और 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। जिसके बाद से ही ये मामले सुर्खियों में आज तक बना हुआ है। इस मामले में सरकार ने हाईकोर्ट में एक रिपोर्ट पेश की है। कर्नाटक सरकार ने इसमें कहा है कि रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने 4 जून को आईपीएल विजय परेड आयोजित करने के लिए शहर की पुलिस से पहले से कोई अनुमति नहीं ली थी।
कर्नाटक सरकार ने यह रिपोर्ट आज, गुरुवार, 17 जुलाई को सभी के सामने पेश की। राज्य सरकार ने हाईकोर्ट से रिपोर्ट को गोपनीय रखने की मांग की थी, लेकिन कोर्ट ने कहा कि इस तरह के अनुरोध का कोई कानूनी आधार नहीं है।
🚨 RCB Blamed for Deadly Bengaluru Stampede |
➡️ Karnataka govt holds RCB, KSCA & event managers responsible for stampede that killed 11 people➡️ Says RCB invited lakhs via Virat Kohli’s video without police permission
➡️ No medical facilities or crowd control arrangements at… pic.twitter.com/76FCiIsvOx
— The Matrix (@thematrixloop) July 17, 2025
कर्नाटक सरकार द्वारा पेश की गई रिपोर्ट के अनुसार, आरसीबी ने 3 जून को ही पुलिस को सूचित किया था कि वे परेड आयोजित कर सकते हैं, लेकिन उन्होंने औपचारिक रूप से अनुमति नहीं ली थी। इतना ही नहीं, आरसीबी की तरफ से पुलिस को जरूरी सात दिन का नोटिस भी नहीं दिया गया था, ताकि वे भीड़ का अनुमान लगा सकें, यातायात प्रबंधन कर सकें और किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार रह सकें।
रिपोर्ट के अनुसार, कब्बन पार्क पुलिस स्टेशन के पुलिस निरीक्षक ने कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) के 3 जून 2025 को शाम 6:30 बजे के आवेदन को अनुमति नहीं दी, क्योंकि तब तक RCB के जीतने और हारने की दोनों संभावनाएं थीं, इसलिए कोई व्यवस्था नहीं की गई।
RCB ने 4 जून को सुबह 7:01 बजे सोशल मीडिया पर घोषणा की कि विधानसभा से चिन्नास्वामी स्टेडियम तक एक परेड निकाली जाएगी, जिसमें निःशुल्क प्रवेश होगा। RCB के इस पोस्ट ने लोगों का ध्यान खींचा। वहीं, सरकार ने रिपोर्ट में क्रिकेटर विराट कोहली के उस वीडियो का जिक्र किया, जब विराट सुबह 8:55 बजे लाइव आए और प्रशंसकों से समारोह में आने का अनुरोध किया। बाद में, RCB द्वारा जारी पोस्ट में भी सीमित संख्या में प्रवेश की बात कही गई।
“I’m going to feel the real side of it when we get to Bengaluru tomorrow and celebrate this with the city” - Virat Kohli ❤️🙌
King Kohli walks into the dressing room with ABD, talks about Rajat’s leadership, Jitesh’s smartness, and the team coming together to achieve this… pic.twitter.com/aqLY7LHvvE
— Royal Challengers Bengaluru (@RCBTweets) June 4, 2025
चिन्नास्वामी स्टेडियम की क्षमता जहां केवल 35 हज़ार लोगों की थी, वहीं उस दिन वहां तीन लाख से ज़्यादा लोग पहुंचे। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि प्रवेश व्यवस्था को लेकर भीड़ में काफी असमंजस की स्थिति थी, जिससे भीड़ घबरा गई। स्टेडियम के गेट भी समय पर नहीं खुले, जिससे भीड़ ने कुछ दरवाजे तोड़ दिए। कर्नाटक सरकार ने रिपोर्ट के अंत में कहा कि यह हादसा आरसीबी के साथ-साथ सहयोगी आयोजकों की ओर से खराब योजना, समन्वय की कमी और प्रक्रिया का पालन न करने के कारण हुआ।
वहीं, कर्नाटक सरकार ने बेंगलुरु भगदड़ मामले में RCB और कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) के खिलाफ क्रिमिनल केस चलाने की मंजूरी दे दी है। कैबिनेट बैठक में जस्टिस माइकल डी'कुन्हा आयोग की रिपोर्ट को स्वीकार करने के बाद यह फैसला लिया गया है। ऐसे में अब आरसीबी के लिए मुसिबत और भी ज्यादा बढ़ गई है।