

भारत के पहले विश्व एथलेटिक्स महाद्वीपीय दौरे (कांस्य स्तर) में अनिमेष कुजूर, अन्नू रानी और मुरली श्रीशंकर ने स्वर्ण पदक जीतकर शानदार प्रदर्शन किया। कुजूर ने 200 मीटर दौड़ में नाटकीय वापसी करते हुए पहला स्थान हासिल किया, वहीं श्रीशंकर ने अंतिम छलांग में बढ़त लेकर लंबी कूद का स्वर्ण अपने नाम किया। अन्नू रानी ने भाला फेंक में 62.01 मीटर की दूरी तय कर अपनी विश्व चैंपियनशिप उम्मीदों को मजबूती दी। प्रतियोगिता में 15 देशों के 150 से अधिक एथलीटों ने भाग लिया।
एथलेटिक्स प्रतियोगिता में खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन (Img: Internet)
New Delhi: भारत के पहले विश्व एथलेटिक्स महाद्वीपीय दौरे (कांस्य स्तर) में स्टार धावक अनिमेष कुजूर ने 200 मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक जीतकर दर्शकों को रोमांचित कर दिया। सुबह की 100 मीटर हीट रेस में उन्होंने दौड़ना छोड़ दिया था, लेकिन कुछ ही देर बाद उन्होंने 200 मीटर हीट में वापसी करते हुए 20.99 सेकंड में फाइनल के लिए क्वालीफाई किया। शाम के फाइनल में उन्होंने 20.77 सेकंड में दौड़ पूरी कर स्वर्ण जीता।
कोरिया के को सेउंगवान (20.95 सेकंड) और भारत के रघुल कुमार (21.17 सेकंड) ने क्रमशः रजत और कांस्य पदक जीते। कुजूर के नाम पहले से ही 100 मीटर (10.18 सेकंड) और 200 मीटर (20.32 सेकंड) के राष्ट्रीय रिकॉर्ड हैं।
लंबी कूद में भारत के मुरली श्रीशंकर और 17 वर्षीय शाहनवाज़ खान के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली। खान ने अपने चौथे प्रयास में 8.04 मीटर की छलांग लगाई, जबकि श्रीशंकर 7.95 मीटर पर अटके रहे। लेकिन अंतिम प्रयास में श्रीशंकर ने 8.13 मीटर की छलांग के साथ स्वर्ण पदक अपने नाम किया। यह उनकी चोट से वापसी के बाद लगातार चौथी जीत रही, हालांकि वे विश्व चैंपियनशिप क्वालीफिकेशन मार्क 8.27 मीटर को पार नहीं कर पाए।
महिलाओं की भाला फेंक स्पर्धा में एशियाई खेलों की स्वर्ण विजेता अन्नू रानी ने 62.01 मीटर की दूरी तय कर स्वर्ण पदक जीता। यह प्रदर्शन उन्हें सितंबर में टोक्यो विश्व चैंपियनशिप में जगह दिला सकता है। हालांकि स्वचालित क्वालीफिकेशन मार्क 64 मीटर से वह पीछे रहीं, पर 'रोड टू टोक्यो' रैंकिंग में 30वें स्थान पर हैं और शीर्ष 36 खिलाड़ी चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई कर सकते हैं।
पुरुषों की भाला फेंक स्पर्धा में दर्शकों को निराशा हाथ लगी जब भारतीय खिलाड़ी 80 मीटर से आगे नहीं जा सके। श्रीलंका के रोमेश थरंगा पथिरगे ने 86.50 मीटर की जबरदस्त फेंक के साथ स्वर्ण पदक जीता और विश्व चैंपियनशिप की स्वचालित योग्यता (85.50 मीटर) भी पार कर ली। भारत के शिवम लोहकारे ने 80.73 मीटर के साथ रजत, जबकि श्रीलंका के सुमेधा रणसिंह ने 80.65 मीटर के साथ कांस्य पदक जीता।
महिलाओं की लंबी कूद में शैली सिंह ने 6.28 मीटर की छलांग लगाकर स्वर्ण जीता। भारतीय पुरुषों की 4x400 मीटर रिले टीम ने 3:08.37 मिनट में दौड़ पूरी कर श्रीलंका (3:08.22) के बाद रजत पदक जीता। 100 मीटर पुरुष वर्ग में मलेशिया के मुहम्मद अजीम बिन (10.35 सेकंड) विजेता रहे, जबकि महिलाओं में भारत की अभिष्या राजराजन ने 11.57 सेकंड में दौड़ पूरी कर पहला स्थान हासिल किया।
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