

हॉकी एशिया कप के सुपर फोर चरण में भारत आज चीन से भिड़ेगा, जहां एक ड्रॉ भी टीम इंडिया को फाइनल में पहुंचाने के लिए काफी होगा। कोच क्रेग फुल्टन ने माना कि टीम का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन अभी आना बाकी है।
भारत बनाम चीन (Img: Hockey India/X)
Rajgir: हॉकी एशिया कप 2025 अब रोमांच मोड़ पर आ गया है। इस टूर्नामेंट में अब तक भारतीय टीम का प्रदर्शन काफी शानदार रहा है। आज टीम सुपर-4 में अपना आखिरी मुकाबला चीन के खिलाफ खेलने वाली है। अगर इस मुकाबले में टीम इंडिया ने जीत दर्ज कर ली तो हरमप्रीत सिंह की कप्तानी में भारत फाइनल में पहुंच जाएगी। ऐसे में ये कहा जा सकता है कि ये मुकाबला काफी अहम होने वाला है और रोमांचक भी।
हालांकि, बिहार के राजगीर हॉकी स्टेडियम में होने वाले इस मैच में अगर हरमनप्रीत सिंह की कप्तानी वाली टीम चीन को हरा देती है, तो वह आसानी से फाइनल में पहुंच जाएगी, वहीं अगर मैच ड्रॉ भी होता है, तो भी भारत फाइनल के लिए क्वालीफाई कर जाएगा। ऐसे में भारतीय फैंस को केवल ये दुआ करनी चाहिए कि भारत को हार का सामना ना करना पड़े।
भारत के 4 अंक हैं, जबकि चीन और मलेशिया के 3-3 अंक हैं। दक्षिण कोरिया सिर्फ 1 अंक के साथ पहले ही फाइनल की दौड़ से बाहर हो चुका है। सुपर फोर में शीर्ष दो टीमें फाइनल में पहुंचेंगी। इस कारण भारत के पास क्वालीफाई करने के लिए बेहतरीन स्थिति है। मलेशिया का अगला मुकाबला दक्षिण कोरिया से है, लेकिन भारत यदि ड्रॉ भी खेलता है तो फाइनल में उसका स्थान पक्का हो जाएगा।
भारत बनाम चीन (Img: Hockey India/X)
मलेशिया के खिलाफ शुरुआत में भले ही भारत कुछ मौके चूक गया, लेकिन बाद में टीम ने शानदार वापसी की। मिडफील्ड में मनप्रीत सिंह, हार्दिक सिंह, विवेक सागर प्रसाद और राजिंदर सिंह ने बेहतरीन तालमेल दिखाया। हार्दिक सिंह की तेज़ ड्रिबलिंग और फॉरवर्ड लाइन के साथ उनका समन्वय देखने लायक रहा। अभिषेक, सुखजीत और मंदीप ने आक्रमण की ज़िम्मेदारी बखूबी निभाई।
मुख्य कोच क्रेग फुल्टन ने मलेशिया पर जीत के बावजूद कहा कि टीम का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन अभी आना बाकी है। उन्होंने माना कि खिलाड़ियों को खुद से काफी उम्मीदें हैं और वे जानते हैं कि उन्हें अपने खेल में निरंतर सुधार करना है।
भारतीय टीम के लिए पेनल्टी कॉर्नर अब तक एक बड़ी चुनौती बनी हुई है। जुगराज सिंह, अमित रोहिदास और संजय जैसे खिलाड़ी पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलने में नाकाम रहे हैं। यह भारत की सबसे कमजोर कड़ी में से एक साबित हो रही है, जिसे फाइनल से पहले सुधारना बेहद जरूरी होगा।
भारत के पास फाइनल में पहुंचने का सुनहरा मौका है। अगर टीम चीन से जीतती है या ड्रॉ खेलती है, तो उसका फाइनल का टिकट पक्का हो जाएगा। अब सबकी निगाहें आज शाम के मुकाबले पर टिकी हैं।