

एम्मा रादुकानु ने हाल ही में हुए एक तीव्र और लंबी टेनिस भिड़ंत में दुनिया की टॉप खिलाड़ी आर्यना सबालेंका के खिलाफ बेहतरीन मुकाबला दिया। तीन घंटे नौ मिनट तक चले इस मैच में रादुकानु ने कई बार मुश्किल हालात का सामना करते हुए हार नहीं मानी और अपना आत्मविश्वास बनाए रखा। शुरुआती सेट में सर्विस की चुनौतियों के बावजूद उन्होंने जबरदस्त वापसी की और दूसरे सेट में जीत दर्ज की। अंतिम सेट तक मुकाबला बेहद कड़ा रहा, जहां उन्होंने टाई-ब्रेकर तक मुकाबला बनाए रखा। हालांकि अंतिम पलों में मामूली अंतर से हार गईं, लेकिन उनका यह प्रदर्शन उनकी मानसिक ताकत और खेल के प्रति समर्पण का परिचायक है।
आर्यना सबलेंका और एम्मा रादुकानु (Img: Internet)
New Delhi: एम्मा रादुकानु ने हाल ही में एक लंबे और रोमांचक मुकाबले में दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी आर्यना सबालेंका के खिलाफ जबरदस्त संघर्ष किया। तीन घंटे नौ मिनट तक चले इस मैच में रादुकानु हार गईं, लेकिन उनके खेल और लचीलापन ने सभी का दिल जीत लिया। 7-6 (3), 4-6, 7-6 (5) के इस नजदीकी मुकाबले में रादुकानु ने साबित कर दिया कि उनके अंदर शीर्ष स्तर के खिलाड़ियों को चुनौती देने की ताकत है।
मैच के पहले सेट में रादुकानु ने शानदार खेल दिखाया और पहले नौ अंक जीतकर शुरुआत को मजबूत बनाया। लेकिन जैसे-जैसे मैच आगे बढ़ा, उनकी सर्विस में समस्या आने लगी। टाई-ब्रेक में डबल फॉल्ट के कारण वह पहला सेट हार गईं। हालांकि, उन्होंने निराशा से हार नहीं मानी और अपने खेल को सुधारने की ठानी।
दूसरे सेट में रादुकानु ने अपनी सर्विस में सुधार किया और 82% सफल प्रथम सर्विस के साथ अच्छा प्रदर्शन किया। उन्होंने सबालेंका पर दबाव बनाया और 4-6 से सेट अपने नाम किया। यह सेट उनके आत्मविश्वास को बढ़ाने वाला साबित हुआ। दोनों खिलाड़ियों ने गर्मी और उमस से बचने के लिए बाथरूम ब्रेक लिया, लेकिन रादुकानु का लचीलापन और दृढ़ संकल्प देखते ही बनता था।
तीसरे सेट में दोनों खिलाड़ियों ने जोरदार मुकाबला किया। मैच में कुल 13 ड्यूस और चार ब्रेक पॉइंट आए। रादुकानु ने टाई-ब्रेकर तक मुकाबला बनाए रखा और कई बार खुद को मुश्किल हालात से बाहर निकाला। लेकिन निर्णायक पलों में सबालेंका ने बेहतरीन खेल दिखाया और मुकाबला जीत लिया। यह हार भले ही उनके लिए कड़वी रही, लेकिन रादुकानु ने अपने खेल और मानसिक ताकत से सभी को प्रभावित किया।
इस मैच में रादुकानु ने अपनी ताकतवर फोरहैंड और सटीक बैकहैंड स्लाइस का उपयोग किया। उन्होंने सबालेंका की तेज गति को रोकने के लिए बेहतरीन बचाव किया और कई बार आक्रमण में भी सफलता पाई। उनके लचीलापन और दृढ़ता ने दिखाया कि वे एक बेहतर खिलाड़ी बनने की ओर लगातार बढ़ रही हैं। इस हार से सीख लेकर वे आने वाले टूर्नामेंट्स में और भी मजबूत वापसी करेंगी।
रादुकानु की यह हार सिर्फ एक असफलता नहीं बल्कि उनके विकास का हिस्सा है। उन्होंने यह साबित किया कि वे शीर्ष खिलाड़ियों के खिलाफ खेल सकती हैं और चुनौती दे सकती हैं। आने वाले समय में, जब वे अपनी गलतियों को सुधारेंगी और अनुभव हासिल करेंगी, तो और भी बेहतरीन प्रदर्शन करेंगी। यूएस ओपन जैसे बड़े टूर्नामेंट में उनकी फॉर्म और आत्मविश्वास इस मैच से कहीं बेहतर होगा।