

मानव शरीर का 60-70% हिस्सा पानी से बना होता है। पानी की कमी यानी डिहाइड्रेशन कई गंभीर समस्याएं पैदा कर सकता है। सिरदर्द, थकान और त्वचा का रूखापन इसके प्रमुख संकेत हैं। जानें डिहाइड्रेशन के लक्षण और बचाव के आसान उपाय।
डिहाइड्रेशन (Img: Google)
New Delhi: मानव शरीर को स्वस्थ और सक्रिय बनाए रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी बेहद जरूरी है। हमारा शरीर लगभग 60 से 70 प्रतिशत पानी से बना होता है। यही पानी शरीर के तापमान को नियंत्रित करता है, ब्लड सर्कुलेशन को बनाए रखता है और पाचन तंत्र को सुचारू रूप से चलाता है। लेकिन अक्सर लोग पर्याप्त पानी नहीं पीते और धीरे-धीरे शरीर में डिहाइड्रेशन (Dehydration) की समस्या हो जाती है। यह समस्या धीरे-धीरे बढ़ती है और कई बार लोग इसके शुरुआती संकेतों को नजरअंदाज कर देते हैं।
आइए जानते हैं कि डिहाइड्रेशन के कौन-कौन से लक्षण शरीर में दिखाई देते हैं और इससे कैसे बचा जा सकता है।
डिहाइड्रेशन का सबसे आम लक्षण है लगातार सिरदर्द। जब शरीर में पानी की कमी होती है, तो खून का प्रवाह दिमाग तक ठीक से नहीं पहुंच पाता। इससे सिर भारी लगना, चक्कर आना और माइग्रेन जैसी समस्या भी हो सकती है।
पानी की कमी का असर सबसे पहले त्वचा पर दिखता है। अगर आपकी स्किन लगातार ड्राई और बेजान हो रही है, तो यह संकेत है कि शरीर को पर्याप्त हाइड्रेशन नहीं मिल रहा। डिहाइड्रेशन के कारण त्वचा की नमी खत्म होने लगती है।
पानी की कमी से एनर्जी लेवल तेजी से गिरता है। हल्का-सा काम करने पर भी शरीर थका हुआ महसूस करता है। अगर लगातार कमजोरी या सुस्ती बनी रहती है, तो यह साफ संकेत है कि शरीर को पानी की सख्त जरूरत है।
सामान्य स्थिति में पेशाब का रंग हल्का और साफ रहता है। लेकिन डिहाइड्रेशन होने पर पेशाब का रंग पीला या गहरा हो जाता है। यह शरीर में पानी की कमी का स्पष्ट संकेत है।
पानी की कमी का असर सबसे पहले मुंह और होंठों पर दिखता है। होंठ फटने लगते हैं और मुंह बार-बार सूखा महसूस होता है।
डिहाइड्रेशन से शरीर का इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस बिगड़ जाता है। इससे मांसपेशियों में खिंचाव या ऐंठन होने लगती है। यह खासतौर पर गर्मियों या व्यायाम के बाद अधिक महसूस होता है।