

पेट के आसपास चर्बी सिर्फ सौंदर्य की चिंता नहीं, बल्कि यह हृदय रोग, डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों का संकेत हो सकता है। जानिए बेली फैट बढ़ने के कारण, इसके नुकसान और कैसे सही लाइफस्टाइल अपनाकर इसे कम किया जा सकता है।
प्रतीकात्मक फोटो (सोर्स: इंटरनेट)
New Delhi: पेट के आसपास जमा फैट यानी बेली फैट आज की सबसे आम लेकिन गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं में से एक बन गई है। अक्सर लोग इसे सिर्फ "बॉडी शेप" या लुक्स से जोड़कर देखते हैं, लेकिन हकीकत यह है कि यह चर्बी कई गंभीर बीमारियों की वजह बन सकती है।
नोएडा के नियो हॉस्पिटल के गैस्ट्रोलॉजिस्ट डॉ. संदीप गुलाटी के मुताबिक, पेट की यह चर्बी सिर्फ सतही वसा (subcutaneous fat) नहीं होती, बल्कि यह अंदरूनी अंगों के आसपास जमा होने वाली 'विसरल फैट' होती है, जो शरीर के मेटाबॉलिज्म को प्रभावित करती है और शरीर में सूजन (inflammation) बढ़ा सकती है।
पेट पर चर्बी बढ़ने के मुख्य कारण
1. जेनेटिक फैक्टर: यदि आपके परिवार में बेली फैट की प्रवृत्ति है तो आपकी संभावना भी बढ़ जाती है।
2. हार्मोनल असंतुलन: कोर्टिसोल (स्ट्रेस हार्मोन), इंसुलिन और सेक्स हार्मोन्स में बदलाव पेट पर फैट जमा कर सकते हैं।
3. खराब लाइफस्टाइल: बैठे रहने की आदत, एक्सरसाइज की कमी, अनहेल्दी फूड्स (जैसे चीनी और प्रोसेस्ड फूड) फैट बढ़ाते हैं।
4. नींद की कमी और स्ट्रेस: यह दोनों ही हार्मोन असंतुलन पैदा करते हैं, जिससे चर्बी बढ़ती है।
5. बढ़ती उम्र: उम्र के साथ मेटाबॉलिज्म स्लो हो जाता है और फैट पेट के हिस्से में जमा होता है।
इससे हो सकती हैं ये बीमारियां
बेली फैट को नज़रअंदाज़ करना भारी पड़ सकता है, क्योंकि यह कई क्रॉनिक बीमारियों से जुड़ा है:
हृदय रोग (Heart Disease)
कैसे घटाएं पेट की चर्बी?
1. बैलेंस्ड डाइट: साबुत अनाज, लीन प्रोटीन, सब्जियां और फल खाएं। चीनी, प्रोसेस्ड फूड और ट्रांस फैट से बचें।
2. नियमित एक्सरसाइज: हफ्ते में कम से कम 150 मिनट की एरोबिक एक्टिविटी और स्ट्रेंथ ट्रेनिंग करें।
3. पर्याप्त नींद: रोज़ाना 7–9 घंटे की नींद लें।
4. स्ट्रेस कंट्रोल: योग, मेडिटेशन और वॉकिंग जैसी गतिविधियों से तनाव घटाएं।
5. पानी पिएं और शराब व धूम्रपान से दूर रहें: हाइड्रेशन फैट लॉस में मदद करता है, वहीं एल्कोहल और स्मोकिंग फैट जमा करने में योगदान देते हैं।