AIIMS गोरखपुर ने रचा इतिहास: दुर्लभ और जटिल कूल्हे की सर्जरी में मिली अभूतपूर्व सफलता

AIIMS गोरखपुर ने रचा इतिहास: दुर्लभ और जटिल कूल्हे की सर्जरी में मिली अभूतपूर्व सफलता। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

गोरखपुर: AIIMS गोरखपुर की ट्रॉमा टीम ने एक बार फिर चिकित्सा जगत में नया कीर्तिमान स्थापित किया है। एक अत्यंत दुर्लभ और जटिल कूल्हे की हड्डी (Acetabulum) की सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम देकर टीम ने न केवल मरीज की जान बचाई, बल्कि चिकित्सा उत्कृष्टता की मिसाल कायम की।40 वर्षीय श्रमिक की जिंदगी को मिला नया मौका। मोतीराम की एक कंस्ट्रक्शन साइट पर काम करने वाले 40 वर्षीय श्रमिक ऊँचाई से गिरने के कारण गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उनकी कूल्हे की हड्डी पूरी तरह चूर-चूर हो गई थी, जिसे चिकित्सकीय भाषा में Anterior Column with Posterior Hemitransverse (ACPHT) with Posterior Wall Fracture with Spur कहा जाता है।

यह फ्रैक्चर अत्यंत जटिल और दुर्लभ होता है, जिसका इलाज अत्याधुनिक तकनीक और विशेषज्ञता के बिना असंभव है। 4 घंटे की सर्जरी, तीन अनूठे सर्जिकल अप्रोच AIIMS गोरखपुर की ट्रॉमा टीम ने इस चुनौती को स्वीकार करते हुए पहली बार एक ही मरीज में तीन सर्जिकल अप्रोच का उपयोग किया

एपिड्यूरल एनेस्थीसिया के तहत की गई यह सर्जरी करीब 4 घंटे तक चली। सर्जरी के बाद मरीज की स्थिति स्थिर हो गई और मात्र 6-7 घंटों में वह बैठने में सक्षम हो गया। डॉक्टरों का अनुमान है कि दो सप्ताह के भीतर मरीज अपने पैरों पर चल सकेगा।

सफलता के पीछे की टीम

इस ऐतिहासिक सर्जरी का नेतृत्व डॉ. अरुण पांडेय (मुख्य सर्जन) और डॉ. सुहास मल्ल (मुख्य एनेस्थेटिस्ट) ने किया। उनके साथ डॉ. हमजा हबीब और डॉ. अमन राय (सीनियर रेजिडेंट), नर्सिंग अधिकारी अदिति, शाहरुख, प्रिया, शैलेन्द्र और सीनियर नर्सिंग ऑफिसर सृजनी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

AIIMS गोरखपुर की निदेशक की प्रतिक्रिया

डाइनामाइट न्यूज रिपोर्ट मुताबित AIIMS गोरखपुर की कार्यकारी निदेशक मेजर जनरल डॉ. विभा दत्ता ने इस उपलब्धि पर गर्व जताते हुए कहा, “हमारी ट्रॉमा टीम ने असंभव को संभव कर दिखाया है। यह सर्जरी न केवल तकनीकी कौशल का प्रदर्शन है, बल्कि हमारे समर्पण और मरीजों के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक है। AIIMS गोरखपुर अब क्षेत्र में उन्नत चिकित्सा सेवाओं का पर्याय बन चुका है।”क्षेत्र के लिए गौरव का क्षण
यह उपलब्धि न केवल गोरखपुर, बल्कि पूरे पूर्वी उत्तर प्रदेश के लिए गर्व का विषय है। AIIMS गोरखपुर ने साबित कर दिया है कि अब मरीजों को जटिल उपचार के लिए दिल्ली या अन्य बड़े शहरों की ओर रुख करने की जरूरत नहीं।

यह संस्थान लगातार नई ऊँचाइयों को छू रहा है और चिकित्सा के क्षेत्र में नए मानदंड स्थापित कर रहा है।

AIIMS गोरखपुर: उम्मीद की नई किरण

इस सर्जरी ने एक बार फिर सिद्ध किया कि AIIMS गोरखपुर न केवल तकनीकी रूप से उन्नत है, बल्कि यहाँ की टीम में मानवता और समर्पण का अनूठा संगम है। यह उपलब्धि मरीजों और उनके परिजनों के लिए नई उम्मीद की किरण बनकर उभरी है।

Location : 
  • गोरखपुर

Published : 
  • 19 May 2025, 9:42 PM IST