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दुनियाभर में लोग बुरी नजर और दुर्भाग्य से बचने के लिए “टच वूड” कहते हैं। जानिए इस परंपरा का इतिहास, पैगन और ईसाई मान्यताओं से इसका संबंध, लकड़ी का ज्योतिषीय महत्व और क्या सच में यह बुरी नजर से बचाता है। पूरी जानकारी यहां पढ़ें।
क्या सच में लकड़ी छूने से बुरी नजर रुकती है (Img-Google)
New Delhi: दुनियाभर में बुरी नजर से बचने के लिए लोग कई तरह के उपाय करते हैं। इन्हीं में एक बेहद लोकप्रिय तरीका है किसी लकड़ी की वस्तु को छूकर “टच वूड” (Touch Wood) कहना। भारत से लेकर यूरोप, अमेरिका और एशिया के देशों तक यह आदत आम है। जब भी कोई अपनी सफलता, अच्छी सेहत, तरक्की या किसी शुभ समाचार की बात करता है तो तुरंत लकड़ी छूकर “टच वूड” कह देता है, ताकि बुरी नजर या दुर्भाग्य का असर न पड़े।
लेकिन क्या लकड़ी छूने से वाकई बुरी नजर रुक जाती है? इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है, लेकिन इसके पीछे गहरी सांस्कृतिक, पौराणिक और ज्योतिषीय मान्यताएं जरूर हैं।
1. पैगन सभ्यता की मान्यता
2. ईसाई मान्यता: क्रॉस की लकड़ी का महत्व
लकड़ी इतनी शुभ क्यों मानी जाती है? (Img-Google)
ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास के अनुसार, लकड़ी का संबंध मुख्य रूप से दो शुभ ग्रहों से होता है:
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वैज्ञानिक तौर पर इसका कोई सबूत नहीं है। लेकिन लोग इसे एक भावनात्मक सुरक्षा या मानसिक सकारात्मकता मानते हैं। जब कोई “टच वूड” कहकर लकड़ी छूता है, तो वह अपने मन में एक सकारात्मक ऊर्जा महसूस करता है, जिससे डर और चिंता कम होती है।
यह एक तरह का मनोवैज्ञानिक आत्मविश्वास है, जो व्यक्ति को नकारात्मक सोच से दूर रखता है।
Disclaimer: यह जानकारी मान्यताओं पर आधारित है। Dynamite News इस खबर की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं करता है। इसे किसी वैज्ञानिक प्रमाण से जोड़कर न देखें।
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