

भीलवाड़ा के महात्मा गांधी अस्पताल में डॉ. तबस्सुम अंसारी पर दवाइयों में घोटाले का आरोप लगा है। जन अधिकार परिषद ने सांसद दामोदर अग्रवाल से मिलकर जांच की मांग की। सांसद ने जिला कलेक्टर को पत्र लिखकर तुरंत जांच और सख्त कार्रवाई की मांग की है।
राजस्थान जिला कलेक्टर कार्यालय
भीलवाड़ा । जिला महात्मा गांधी अस्पताल में कार्यरत डॉ. तबस्सुम अंसारी द्वारा दवाइयों में किए गए कथित घोटाले ने फिर तूल पकड़ लिया है। इस मामले को लेकर भीलवाड़ा जन अधिकार परिषद के सदस्यों ने सांसद दामोदर अग्रवाल से मिलकर इस घोटाले की जांच कराने हेतु जिला कलेक्टर को पत्र लिखने का आग्रह किया। सांसद ने भी तत्काल प्रभाव से जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
सांसद दामोदर अग्रवाल ने जिला कलेक्टर को पत्र लिखकर इस मामले में तत्काल जांच की मांग की है। सांसद ने पत्र में लिखा है कि डॉ. तबस्सुम अंसारी ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए राज्य सरकार के नियमों के खिलाफ कार्य किया है। जांच में सामने आया है कि डॉक्टर द्वारा जारी की गई जांच पर्ची सरकारी नियमों के अनुरूप नहीं है, जिससे सरकारी दवा खरीद प्रक्रिया में अनियमितताओं की आशंका है। सांसद ने जिला कलेक्टर से अनुरोध किया है कि इस मामले को गंभीरता से लेते हुए शीघ्र जांच कर उचित कार्रवाई की जाए।
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भीलवाड़ा जन अधिकार परिषद के सदस्यों ने इस घोटाले को लेकर सक्रियता दिखाई है। परिषद के सदस्यों ने गौरव जीनगर के नेतृत्व में सांसद से मिलकर मामले की जांच करवाने का आग्रह किया। जन अधिकार परिषद ने न केवल जिला कलेक्टर को बल्कि प्रदेश के मुख्यमंत्री को भी इस मामले में पत्र लिखकर उच्च स्तरीय जांच कमेटी गठित करने और डॉ. तबस्सुम अंसारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।
भीलवाड़ा जिला महात्मा गांधी अस्पताल में डॉ. तबस्सुम अंसारी पर दवाइयों में करोड़ों के घोटाले के आरोप! सांसद दामोदर अग्रवाल ने जिला कलेक्टर को जांच के लिए पत्र लिखा। जन अधिकार परिषद ने जांच कमेटी गठन, पदमुक्ति और शास्ति वसूली की मांग की है। #Bhilwara #Corruption #HealthcareFraud pic.twitter.com/CnlzByxGrD
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) October 11, 2025
जन अधिकार परिषद का कहना है कि डॉ. तबस्सुम अंसारी पर दवाइयों के मामले में करोड़ों रुपए के घोटाले के आरोप लगे हैं, जो अत्यंत गंभीर है। परिषद ने मांग की है कि मामले की निष्पक्ष जांच के लिए उच्च स्तरीय जांच कमेटी गठित की जाए। इसके साथ ही, जांच में दोष सिद्ध होने पर डॉ. तबस्सुम अंसारी को तत्काल पदमुक्त किया जाए और उनसे घोटाले की राशि वसूली जाए। परिषद ने कहा है कि इस प्रकार की घोटालेबाजी न केवल सरकारी तंत्र की छवि को नुकसान पहुंचाती है बल्कि आम जनता के स्वास्थ्य से जुड़ी सुविधाओं को भी प्रभावित करती है।
डॉ. तबस्सुम अंसारी द्वारा दवाइयों में कथित घोटाले का मामला भीलवाड़ा में एक बड़ा मुद्दा बन चुका है। सांसद और जन अधिकार परिषद दोनों इस मामले में सख्त जांच और कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। अब इस मामले की जांच जल्द ही शुरू होने की संभावना है, जिससे घोटाले की असलियत सामने आएगी और दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।