Bhilwara News: विदेशों की धर्मयात्रा कर भीलवाड़ा आश्रम लौटे महामंडलेश्वर हंसराम उदासीन, दुनिया को दिया ये मंत्र

महामंडलेश्वर हंसराम उदासीन अपनी डेढ़ माह की लंबी विदेश धर्मयात्रा कर आज शुक्रवार शाम को ही भीलवाड़ा आश्रम लौटे। उनका आश्रम में भव्य स्वागत किया गया।

Post Published By: Jay Chauhan
Updated : 26 September 2025, 9:55 PM IST
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Bhilwara: सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार और राम-नाम जागृत करने के उद्देश्य से हरि शेवा उदासीन आश्रम सनातन मंदिर भीलवाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम उदासीन करीब एक माह 15 दिन की लंबी विदेश धर्मयात्रा कर आज शुक्रवार शाम को ही भीलवाड़ा आश्रम लौटे।

आश्रम में लौटने के बाद महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम उदासीन ने बताया कि धार्मिक विदेश यात्रा के दौरान अमेरिका में फिलाडेल्फिया, बेंसेलेम, बाल्टीमोर, वाशिंगटन डीसी, रोड आइलैंड, बोस्टन, मोर्टल बीच, न्यू जर्सी, न्यूयॉर्क, रोचेस्टर, मिनियापोलिस फ़र्गो, स्पेन में मैड्रिड, लास पाल्मस, टेनरिफ़ सहित विभिन्न स्थानों पर प्रवचन दिए और श्रद्धालुओं को राम नाम जपने का मंत्र प्रदान किया।

 

 

राम नाम ही सच्चा मोक्षदायक

महामंडलेश्वर ने अपने संदेश में कहा कि राम नाम ही सच्चा मोक्षदायक है। मानव जीवन का अंतिम लक्ष्य मोक्ष की प्राप्ति है और वह केवल प्रभु श्रीराम के नाम के जाप से ही संभव है। उन्होंने समझाया कि आज का मनुष्य भौतिक सुख-सुविधाओं और तृष्णाओं में उलझा हुआ है, जबकि शांति, संतोष और आनंद का मार्ग केवल भगवान के नाम स्मरण में छिपा है।

विदेश यात्रा में यह श्रद्धालु सत्संग से जुड़े

यात्रा के दौरान हरीश जया खटवानी, सुरेश काजल खटवानी, राजेश ज्योति खटवानी, इंदु नोतानी, रेणुका नारायण आहूजा, कनिका सनी वडेरा, अशोक भंभानी सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु सत्संग से जुड़े।

महामंडलेश्वर ने इन स्थानों पर किया सत्संग प्रवचन

वेद मंदिर न्यूजर्सी, सत्यनारायण मंदिर न्यूयॉर्क, प्रेमप्रकाश सनातन मंदिर न्यूयॉर्क सहित श्रद्धालुओं के घर पर सत्संग-प्रवचनों और भजन में स्थानीय नागरिकों ने भाग लेकर राम नाम संकीर्तन का लाभ उठाया। सनातन धर्म का मूल आधार ही भक्ति और सत्य है, और इन मूल्यों को जीवन में उतारकर ही इंसान अपने जीवन को सार्थक बना सकता है।

श्रद्धालुओं के साथ महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम उदासीन

भीलवाड़ा आश्रम लौटने पर किया स्वागत

विदेश यात्रा कर महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम उदासीन का भीलवाड़ा आश्रम लौटने पर भक्तों ने जयकारों और पुष्पवर्षा से स्वागत किया। श्रद्धालुओं ने इसे आध्यात्मिक ऊर्जा से भर देने वाला क्षण बताया।

राम नाम बिना जीवन अधूरा

महामंडलेश्वर ने यह आह्वान किया कि हर व्यक्ति प्रतिदिन कम से कम कुछ समय राम नाम जप अवश्य करे, क्योंकि यही साधना व्यक्ति को सांसारिक मोह से मुक्त कर ईश्वर के चरणों में पहुँचा सकती है। सुख चाहो सेवा करो-सुख चाहो सुमिरन करो का सन्देश दिया।

 

 

 

 

Location : 
  • Bhilwara

Published : 
  • 26 September 2025, 9:55 PM IST