

राहुल गांधी ने गुरदासपुर में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया, लेकिन पाकिस्तान सीमा के पास के गांवों में जाने से पुलिस ने उन्हें सुरक्षा कारणों से रोक दिया। इससे नाराज होकर राहुल गांधी ने पुलिस से तीखी बहस की और सवाल किया कि क्या यह क्षेत्र भारत का हिस्सा नहीं है।
राहुल गांधी को पुलिस ने रोका
Chandigarh: पंजाब के गुरदासपुर जिले में सोमवार को एक राजनीतिक और मानवीय दृश्य एक साथ देखने को मिला जब कांग्रेस सांसद और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लेने पहुंचे। यह दौरा केवल आपदा राहत के संदर्भ में नहीं रहा, बल्कि सुरक्षा को लेकर एक बड़ा राजनीतिक संदेश और विवाद भी छोड़ गया। राहुल गांधी दीनानगर के मकोड़ा पतन इलाके में पहुंचे थे, जहां रावी नदी के कारण कई गांव जलमग्न हो गए हैं। इन गांवों में से कई पाकिस्तान सीमा के बिल्कुल नजदीक स्थित हैं, और यही निकटता इस पूरे घटनाक्रम की जड़ बन गई।
जैसे ही राहुल गांधी इन सीमावर्ती गांवों की ओर बढ़े, उनकी गाड़ी को पुलिस ने रोक दिया। जिला पुलिस के एसपी जुगराज सिंह ने उन्हें आगे बढ़ने से साफ मना कर दिया। उन्होंने तर्क दिया कि यह क्षेत्र अत्यंत संवेदनशील है क्योंकि पाकिस्तान सीमा की फेंसिंग टूट चुकी है और किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। राहुल गांधी ने पुलिस की इस रोकटोक का विरोध किया और अधिकारियों से तीखे सवाल किए। उन्होंने पूछा, “अगर मैं भारतीय सीमा में हूं तो आप मुझे प्रोटेक्ट क्यों नहीं कर पा रहे?” उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि क्या यह क्षेत्र भारत का हिस्सा नहीं है? इस पर एसपी जुगराज सिंह ने जवाब दिया कि यह जगह थोड़ी अलग है और सुरक्षा की दृष्टि से बहुत संवेदनशील है।
राहुल गांधी को पुलिस ने रोका
इस पूरी बहस के दौरान माहौल गर्म रहा और कांग्रेस नेताओं तथा पुलिस अधिकारियों के बीच बहस भी हुई। पंजाब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने पुलिस की कार्रवाई पर गहरा असंतोष जताया। उन्होंने कहा, "अगर हम अपने ही देश में सुरक्षित नहीं हैं तो फिर और क्या रह गया है?" यह बयान स्पष्ट रूप से केंद्र सरकार और राज्य की सुरक्षा एजेंसियों पर सवालिया निशान खड़ा करता है।
हालांकि इससे पहले राहुल गांधी ने गुरदासपुर के अन्य बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया। उन्होंने स्थानीय निवासियों से मुलाकात की, उनकी समस्याएं सुनीं और राज्य सरकार तथा प्रशासन से राहत कार्यों को तेज करने की मांग की। उन्होंने कहा कि बाढ़ की स्थिति बेहद गंभीर है और केंद्र सरकार को तत्काल सहायता प्रदान करनी चाहिए।