

मैनपुरी पहुंची डिंपल यादव ने दुर्घटना में मारे गए परिवार से शोक व्यक्त करते हुए बीजेपी सरकार पर तीखा हमला बोला। गृह मंत्री अमित शाह, महिला पत्रकारों के साथ भेदभाव और विपक्षी नेताओं पर रोक जैसे मुद्दों पर डिंपल ने निशाना साधा।
मैनपुरी में डिंपल यादव
Mainpuri: समाजवादी पार्टी की मैनपुरी से सांसद डिंपल यादव आज मैनपुरी पहुंची और विधानसभा क्षेत्र के गांव किशनपुर में हुई दुर्घटना में मारे गए परिवार के सदस्यों से शोक संवेदना व्यक्त की। इस दौरान सपा के कई कार्यकर्ता और पदाधिकारी भी मौजूद थे। डिंपल यादव ने परिवार के प्रति सांत्वना व्यक्त करते हुए प्रशासन से उचित मदद की मांग की।
गृह मंत्री अमित शाह के बयान पर कि देश में मुस्लिम आबादी पाकिस्तान और बांग्लादेश से घुसपैठ के कारण बढ़ रही है, डिंपल यादव ने सवाल उठाया कि पिछले दस वर्षों से कौन गृहमंत्री है और अगर यह हो रहा है तो जिम्मेदारी किसकी है? उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय को इस मामले में जवाब देना चाहिए।
मैनपुरी में डिंपल यादव
अफगानिस्तान के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी के भारत दौरे के दौरान महिला पत्रकारों को प्रेस कॉन्फ्रेंस से बाहर रखने के विवाद पर डिंपल यादव ने बीजेपी को कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि जो भाजपा तालिबान को महिला विरोधी कहती थी, वही आज तालिबान को सम्मान दे रही है और वहां महिला पत्रकारों को बाहर करने की अनुमति दे रही है।
लगातार तीन साल से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के JPNIC (जन सूचना नेटवर्क इनिशिएटिव सेंटर) जाने पर रोक लगाए जाने को लेकर डिंपल यादव ने चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि सरकार को युवाओं के लिए रोजगार, स्वास्थ्य, कृषि और बिजली जैसी समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए, न कि विपक्ष के नेताओं को परेशान करना चाहिए।
बसपा सुप्रीमो मायावती के उन आरोपों के जवाब में कि सपा सरकार आने पर PDA को भूल जाती है, डिंपल यादव ने कहा कि सपा ने लगातार सभी समाज और वर्गों के लिए लड़ाई लड़ी है। चाहे वह पिछली सरकार हो या विपक्ष में दस वर्षों का काल, उनका मिशन हमेशा PDA परिवार को साथ लेकर चलना रहा है।
डिंपल यादव ने भाजपा की नीतियों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि सरकार की करनी और कथनी में बड़ा अंतर है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने पिछड़ों और कमजोर वर्गों के साथ भेदभाव किया है और जनता इसे समझ रही है।
डिंपल यादव ने दुर्घटना पीड़ितों से मुलाकात के बाद प्रशासन से मांग की कि वे ऐसे हादसों को रोकने के लिए कड़े कदम उठाएं और पीड़ित परिवारों को पूरी सहायता मुहैया कराएं। साथ ही, समाज के कमजोर तबकों के लिए सुरक्षा और न्याय सुनिश्चित करने की जरूरत पर जोर दिया।