

बिहार कांग्रेस ने जमीन घोटाले के खिलाफ मुख्यमंत्री आवास के घेराव के लिए आज मार्च का ऐलान किया है। इसी बीच AIMIM नेता अख्तर शंहशाह ने तेजस्वी यादव पर हत्या की मंशा से गाड़ी चढ़ाने का आरोप लगाते हुए FIR की मांग की है।
प्रतीकात्मक तस्वीर (सोर्स- गूगल)
Patna: बिहार की राजनीति में विधानसभा चुनाव से पहले हलचल तेज हो गई है। मंगलवार को जहां बिहार कांग्रेस जमीन घोटाले के खिलाफ मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने के लिए मार्च निकालने वाली है, वहीं दूसरी ओर राजद नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर हत्या की मंशा से गाड़ी चढ़ाने का आरोप लगाते हुए AIMIM के एक नेता ने थाने में प्राथमिकी दर्ज कराने का आवेदन दे दिया है।
बिहार कांग्रेस ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई वाली सरकार पर जमीन घोटाले में लिप्त होने का आरोप लगाया है। इसी के विरोध में आज दोपहर कांग्रेस पार्टी ने मुख्यमंत्री आवास की ओर घेराव मार्च का ऐलान किया है। मार्च की शुरुआत पटना के सदाकत आश्रम से दोपहर बाद होगी। इसमें बिहार प्रदेश कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरु, प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम, CLP नेता शकील अहमद खान सहित पार्टी के तमाम वरिष्ठ नेता शामिल होंगे।
प्रतीकात्मक तस्वीर (सोर्स- गूगल)
वहीं दूसरी ओर दरभंगा जिले के बिरौल थाना में AIMIM नेता और नगर पंचायत बिरौल के उपमुख्य पार्षद अख्तर शंहशाह ने एक सनसनीखेज आरोप लगाते हुए राजद नेता तेजस्वी यादव के खिलाफ थाने में शिकायत दी है। अख्तर शंहशाह ने आरोप लगाया है कि 19 सितंबर को जब तेजस्वी यादव "बिहार अधिकार यात्रा" के तहत बिरौल आए थे, तो AIMIM कार्यकर्ता भी उनसे मिलने और महागठबंधन में शामिल किए जाने की मांग लेकर पहुंचे थे। लेकिन, न केवल उन्हें अनदेखा किया गया, बल्कि उनके साथ धक्का-मुक्की और मारपीट भी की गई।
तेजस्वी यादव के खिलाफ यह केवल बाहरी हमला नहीं है, पार्टी के अंदर भी हलचल शुरू हो गई है। दरभंगा की जनसभा में राजद के कुछ कार्यकर्ताओं ने तेजस्वी के खिलाफ नारेबाजी की और "रोहिणी आचार्य जिंदाबाद" के नारे लगाए।