Bihar Polls: कभी नक्सली हमला तो कभी बूथ कैप्चरिंग, मतदान के दिन अक्सर चर्चा में रहीं ये घटनाएं

बिहार विधानसभा चुनावों में मतदान दिवस पर सिर्फ प्रचार नहीं, बल्कि नक्सली हमले, बूथ कैप्चरिंग, जातीय तनाव और प्रशासनिक विफलताएं भी चर्चा में रही हैं। इन घटनाओं ने चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित कर मतदान दिवस को खास और चुनौतीपूर्ण बना दिया।

Post Published By: Poonam Rajput
Updated : 2 October 2025, 3:14 PM IST
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Patna: बिहार में जब भी मुख्यमंत्री पद को लेकर विधानसभा चुनाव हुए हैं, तब केवल राजनीतिक दलों के गठबंधन या प्रचार ही चर्चा में नहीं रहे, बल्कि वोटिंग के दिन होने वाली अप्रत्याशित घटनाएं भी सुर्खियों में रही हैं। इनमें नक्सली हमले से लेकर बूथ कैप्चरिंग, जातीय तनाव और प्रशासनिक विफलताएं तक शामिल हैं। आइए जानते हैं किन-किन घटनाओं ने बिहार चुनाव के मतदान दिवस को खास बना दिया।

नक्सली हमले: लोकतंत्र को चुनौती

बिहार के कई जिले नक्सल प्रभावित हैं, खासकर गया, औरंगाबाद, लखीसराय, जमुई और रोहतास। 2015 और 2020 के विधानसभा चुनाव के दौरान नक्सलियों ने मतदान को बाधित करने के लिए IED ब्लास्ट और फायरिंग जैसी घटनाएं कीं। कई मतदान केंद्रों पर डर के कारण वोटर नहीं पहुंचे और सुरक्षा बलों को अतिरिक्त सावधानी बरतनी पड़ी।

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 बूथ कैप्चरिंग और मतदान केंद्रों पर हिंसा

बिहार में बूथ कैप्चरिंग की घटनाएं दशकों तक चुनावी प्रक्रिया पर सवाल खड़े करती रहीं। 1990 से लेकर 2005 तक, चुनावों के दौरान कई जगहों पर बूथ लूटने, EVM तोड़ने और फर्जी वोटिंग की घटनाएं सामने आईं।कुछ इलाकों में पुनर्मतदान तक कराना पड़ा।

जातीय और सांप्रदायिक तनाव

चुनावों के दौरान जातीय समीकरणों का असर मतदान पर भी दिखा। कई बार जातीय झड़पों के कारण पुलिस को प्रत्येक मतदान केंद्र पर भारी सुरक्षा बल तैनात करना पड़ा। कुछ जगहों पर तनाव के चलते मतदान रोकना पड़ा या देर से शुरू हुआ।

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समर्थकों के टकराव और चुनावी बवाल

चुनाव के दिन राजनीतिक दलों के समर्थक आमने-सामने आ जाते हैं, जिससे सड़क पर टकराव, मारपीट और तोड़फोड़ जैसी घटनाएं होती रही हैं। 2020 के चुनाव में भी कई जिलों में हल्की हिंसा और हंगामा देखने को मिला, जिससे मतदान प्रक्रिया प्रभावित हुई।

 प्राकृतिक आपदा भी बनी बाधा

बिहार में अकसर अक्टूबर-नवंबर में बाढ़ या बारिश का असर रहता है। 2020 के चुनाव में दरभंगा, समस्तीपुर, मधुबनी जैसे जिलों में बाढ़ के कारण कई लोग मतदान केंद्र तक नहीं पहुंच पाए।

बिहार चुनावों में जहाँ एक ओर राजनीतिक जोड़-तोड़ और घोषणाएं सुर्खियों में रहती हैं, वहीं मतदान के दिन होने वाली अप्रत्याशित घटनाएं भी चर्चा का केंद्र बन जाती हैं। फिर भी, इन तमाम चुनौतियों के बावजूद बिहार की जनता ने हमेशा लोकतंत्र में भरोसा जताते हुए बड़ी संख्या में मतदान किया है।

 

Location : 
  • Bihar

Published : 
  • 2 October 2025, 3:14 PM IST