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चुनाव को लेकर सपा प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि यह चुनाव लोकतंत्र और मानवता को बचाने की लड़ाई है तथा भाजपा लोकतंत्र कमजोर कर रही है। अध्यक्ष ने अखिलेश यादव के “जाति कॉलम” प्रस्ताव का समर्थन किया।
सपा प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल
Lucknow: आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। एक तरफ इंडिया गठबंधन और एनडीए के बीच सियासी जंग अपने चरम पर है, वहीं समाजवादी पार्टी (सपा) ने भी इसमें अपनी सक्रिय भागीदारी शुरू कर दी है। सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव खुद बिहार पहुंचकर इंडिया गठबंधन के लिए प्रचार कर रहे हैं।
इसी बीच सपा प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल ने डाइनामाइट न्यूज़ से एक्सक्लूसिव बातचीत में बड़ा दावा किया कि बिहार का चुनाव न केवल राजनीतिक दृष्टि से बल्कि लोकतंत्र और मानवता की रक्षा के लिए भी निर्णायक साबित होगा।
सपा प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल ने कहा कि बिहार का यह चुनाव केवल सत्ता परिवर्तन का नहीं बल्कि लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा का चुनाव है। उन्होंने कहा कि बिहार चुनाव से जो संदेश निकलेगा, वह पूरे देश और विशेषकर उत्तर प्रदेश पर प्रभाव डालेगा। अगर बिहार में एनडीए को हराया गया, तो यूपी में भी समाजवादी पार्टी के लिए रास्ता आसान होगा।
अखिलेश यादव के बिहार दौरे पर सपा नेता का बड़ा बयान, भाजपा पर साधा निशाना@yadavakhilesh @palshyamLalsp #BiharElection2025 pic.twitter.com/ldlIif9OpV
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) November 1, 2025
बिहार चुनाव में अखिलेश यादव की सक्रियता को सपा के बड़े विस्तार अभियान के रूप में देखा जा रहा है। पार्टी चाहती है कि बिहार में इंडिया गठबंधन को जिताकर वह उत्तर प्रदेश में अपने संगठनात्मक ढांचे को और मजबूत करे। सपा का मानना है कि बिहार में एनडीए को हराने की सफलता यूपी में 2027 के विधानसभा चुनावों के लिए उत्साह और गति देगी। श्याम लाल पाल ने कहा, “हमारे नेता अखिलेश यादव समाजवादी विचारधारा को पूरे देश में फैलाने के लिए निकले हैं। यह सिर्फ एक चुनाव नहीं, बल्कि जन-जागरण अभियान है।”
चुनाव आयोग के SIR अभियान पर बात करते हुए सपा प्रदेश अध्यक्ष ने आयोग की निष्पक्षता पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि बीएलए (Booth Level Agent) को कई बार बीएलओ का सहयोग नहीं मिलता। उन्होंने कहा कि हमारे बीएलए को बूथों के अंदर जाने नहीं दिया जाता। कई बार पुलिस भी उन्हें रोकती है। इससे नए वोटरों के नाम जुड़ नहीं पाते और पुराने नाम हटाए नहीं जाते। भाजपा लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिश कर रही है।
सपा प्रदेश अध्यक्ष ने अखिलेश यादव के उस बयान का भी समर्थन किया जिसमें उन्होंने SIR फार्म में जाति कॉलम जोड़ने की बात कही थी। उन्होंने कहा कि जब जनगणना में जाति का उल्लेख होता है तो वोटर लिस्ट में भी जाति का जिक्र होना चाहिए। यह सामाजिक न्याय और समान प्रतिनिधित्व के लिए जरूरी कदम है।
श्याम लाल पाल ने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह देश में भाई को भाई से लड़ाने की राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा लोकतंत्र को खत्म करने की दिशा में काम कर रही है। जब लोकतंत्र नहीं रहेगा, तो मानवता भी खत्म हो जाएगी। भाजपा प्रशासनिक ताकत का दुरुपयोग कर रही है ताकि विपक्षी दलों के वोट न पड़ सकें। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कई जगहों पर पुलिस बल का इस्तेमाल समाजवादी कार्यकर्ताओं को डराने-धमकाने के लिए किया जा रहा है।