

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पूर्णिया के सरकारी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल का औचक निरीक्षण कर अस्पताल की बदहाली उजागर की। उन्होंने पीएम मोदी और केंद्र की एनडीए सरकार पर स्वास्थ्य क्षेत्र में भ्रष्टाचार और लापरवाही के गंभीर आरोप लगाए।
पूर्णिया मेडिकल कॉलेज क्यों पहुंचे तेजस्वी यादव?
Patna: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 15 सितंबर को पूर्णिया दौरे से एक दिन पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने शनिवार मध्य रात्रि को पूर्णिया के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (GMCH) का औचक निरीक्षण किया। तेजस्वी ने अस्पताल के हालात का जायजा लिया और मरीजों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने अस्पताल की अत्यंत खराब स्थिति को सोशल मीडिया पर भी उजागर किया।
तेजस्वी यादव ने बताया कि GMCH में आईसीयू और ट्रॉमा सेंटर जैसे महत्वपूर्ण विभाग मौजूद नहीं हैं। इसके साथ ही कार्डियोलॉजी विभाग भी बंद है। अस्पताल में एक ही बेड पर तीन-तीन मरीज लिटाए गए हैं, जो न तो मरीजों के लिए सुरक्षित है और न ही स्वच्छ। उन्होंने यह भी कहा कि अस्पताल में 15 से 20 दिनों तक बेडशीट नहीं बदली जाती, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा, अस्पताल में नर्सिंग स्टाफ की भारी कमी है। स्वीकृत 255 पदों में से केवल 55 नर्स ही काम कर रही हैं, जो तीन शिफ्टों में बंटी हैं।
पूर्णिया मेडिकल कॉलेज क्यों पहुंचे तेजस्वी यादव?
तेजस्वी यादव ने अस्पताल के कई विभाग बंद होने की बात कही। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मेडिकल इंटर्न्स को छह महीने से वेतन नहीं मिला है, जो उनके लिए और भी मुश्किलें पैदा कर रहा है। उन्होंने कहा कि यह सब सरकार की स्वास्थ्य क्षेत्र में चल रही भ्रष्टाचार और लापरवाही का प्रमाण है। एनडीए सरकार हजारों करोड़ रुपये आलीशान इमारतों के निर्माण में खर्च कर देती है, लेकिन अस्पताल में कर्मचारियों की नियुक्ति नहीं करती।
तेजस्वी यादव ने कहा कि स्वास्थ्य उपकरण तो खरीद लिए जाते हैं, लेकिन उन्हें चलाने के लिए जरूरी तकनीशियन नहीं होते। उन्होंने कहा कि यह सब भ्रष्टाचार के कारण हो रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की कि वे इस अस्पताल का दौरा करें और बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था की हकीकत खुद देखें। साथ ही मुख्यमंत्री को भी इस दौरे में साथ लाना चाहिए ताकि वे यह बहाना न दे सकें कि 2005 से पहले की स्थिति है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 सितंबर को पूर्णिया दौरे पर आएंगे। लेकिन तेजस्वी यादव के औचक निरीक्षण ने पूरे जिले में सियासी हलचल बढ़ा दी है। विपक्ष ने इस दौरे को केंद्र और राज्य सरकार की स्वास्थ्य व्यवस्था की असफलताओं को उजागर करने का अवसर बना लिया है।