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NASA की रिपोर्ट के अनुसार, 2027 का सूर्य ग्रहण दक्षिणी यूरोप से शुरू होकर उत्तरी अफ्रीका, मिडिल ईस्ट और हिंद महासागर तक जाएगा। इसका ‘Path of Totality’ दक्षिणी यूरोप से स्पेन और पुर्तगाल होते हुए मोरक्को, अल्जीरिया, लीबिया, मिस्र, सऊदी अरब, यमन और सोमालिया से गुजरते हुए हिंद महासागर में समाप्त होगा। (Img- Internet)
NASA की रिपोर्ट के अनुसार, 2027 का सूर्य ग्रहण दक्षिणी यूरोप से शुरू होकर उत्तरी अफ्रीका, मिडिल ईस्ट और हिंद महासागर तक जाएगा। इसका 'Path of Totality' दक्षिणी यूरोप से स्पेन और पुर्तगाल होते हुए मोरक्को, अल्जीरिया, लीबिया, मिस्र, सऊदी अरब, यमन और सोमालिया से गुजरते हुए हिंद महासागर में समाप्त होगा। (Img- Internet)