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यह मार्ग लगभग 100 से 200 किलोमीटर चौड़ा होगा, जहां सूर्य कुछ मिनटों के लिए पूरी तरह से ढक जाएगा। भारत में इस सूर्य ग्रहण का पूरा दृश्य नहीं दिखाई देगा, क्योंकि भारत इस ‘Path of Totality’ के बाहर स्थित है। हालांकि, भारत के पश्चिमी हिस्सों, खासकर गुजरात और महाराष्ट्र में इसका आंशिक रूप दिखाई देगा। (Img- Internet)
यह मार्ग लगभग 100 से 200 किलोमीटर चौड़ा होगा, जहां सूर्य कुछ मिनटों के लिए पूरी तरह से ढक जाएगा। भारत में इस सूर्य ग्रहण का पूरा दृश्य नहीं दिखाई देगा, क्योंकि भारत इस 'Path of Totality' के बाहर स्थित है। हालांकि, भारत के पश्चिमी हिस्सों, खासकर गुजरात और महाराष्ट्र में इसका आंशिक रूप दिखाई देगा। (Img- Internet)