

सावन का पवित्र महीना शुरू हो चुका है और राजधानी दिल्ली में कांवड़ यात्रा की धूम हर ओर देखी जा सकती है। शिवभक्ति में लीन हजारों कांवड़िए हरिद्वार, गौमुख और नीलकंठ से जल लेकर पैदल यात्रा करते हुए दिल्ली होते हुए अपने गंतव्य की ओर बढ़ रहे हैं।
New Delhi: सावन का पवित्र महीना शुरू हो चुका है और राजधानी दिल्ली में कांवड़ यात्रा की धूम हर ओर देखी जा सकती है। शिवभक्ति में लीन हजारों कांवड़िए हरिद्वार, गौमुख और नीलकंठ से जल लेकर पैदल यात्रा करते हुए दिल्ली होते हुए अपने गंतव्य की ओर बढ़ रहे हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, दिल्ली के कई प्रमुख स्थानों बुराड़ी, नांगलोई, करनाल बायपास और मोती नगर सहित कई इलाकों में भव्य कांवड़ शिविर लगाए गए हैं। यहां कांवड़ियों के लिए ठहरने, भोजन, प्राथमिक उपचार और विश्राम की सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। लेकिन इस बार एक नई तकनीकी पहल भी चर्चा में है QR कोड सेवा।
इन शिविरों में कई जगह QR कोड स्कैन करने से कांवड़ियों को मार्गदर्शन, शिविर की जानकारी, चिकित्सा सुविधा, और भंडारे के स्थान की पूरी डिटेल मोबाइल में मिल रही है। यह सुविधा ना सिर्फ यात्रा को आसान बना रही है, बल्कि सुरक्षा और सूचनाओं की पहुंच भी बेहतर कर रही है।
हमने बात की कुछ कांवड़ियों से, जिनका कहना है कि “QR कोड की वजह से अब हमें बार-बार पूछना नहीं पड़ता, सीधे मोबाइल में सारी जानकारी मिल जाती है। ये बहुत अच्छा इंतजाम है।” दिल्ली पुलिस और नगर निगम ने भी इस डिजिटल सुविधा को बढ़ावा दिया है, ताकि भीड़ नियंत्रण और आपात स्थिति में तेजी से मदद पहुंचाई जा सके। सावन की आस्था में जब तकनीक जुड़ जाए, तो श्रद्धा भी और सुविधाजनक हो जाती है।