

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 18 जुलाई को बिहार के मोतिहारी से देश को एक और बड़ी रेल सौगात देने जा रहे हैं। इस बार टारगेट में है आम जनता — खासकर पूर्वांचल, बिहार और पश्चिम बंगाल के वे लोग, जो अब तक महंगी ट्रेनों के कारण सुविधाजनक सफर से वंचित थे।
यात्रियों को मिलेगी सुविधाजनक सफर (सोर्स इंटरनेट)
New Delhi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 18 जुलाई को बिहार के मोतिहारी से देश को एक और बड़ी रेल सौगात देने जा रहे हैं। इस बार टारगेट में है आम जनता खासकर पूर्वांचल, बिहार और पश्चिम बंगाल के वे लोग, जो अब तक महंगी ट्रेनों के कारण सुविधाजनक सफर से वंचित थे। रेलवे अब वंदे भारत एक्सप्रेस की तर्ज पर अमृत भारत सुपरफास्ट एक्सप्रेस लेकर आया है – लेकिन यह ट्रेन होगी नॉन-एसी, किफायती, और जनरल-स्लीपर यात्रियों के लिए एक नया अनुभव।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, यूपी और बिहार को तीन अमृत भारत एक्सप्रेस मिल रही हैं। इनमें मालदा टाउन–गोमतीनगर, राजेंद्र नगर–नई दिल्ली और दरभंगा–गोमतीनगर ट्रेनें शामिल हैं। इन तीनों रूट्स पर यात्रा करने वाले लाखों यात्रियों को राहत और आराम का अनुभव मिलने वाला है।
रेलवे की यह नई पहल वंदे भारत की 'लक्जरी' को आम यात्रियों की जेब के मुताबिक बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। ट्रेन की डिब्बों के बीच मेट्रो जैसी इंटरकनेक्टिविटी, दिव्यांगजनों के लिए बेहतर एंट्री प्वाइंट, कुशन लगे लगेज रैक, सेमी-ऑटोमैटिक कपलर, पुश-पुल तकनीक, टॉक बैक सिस्टम, बेहतर सीटें, और आधुनिक पेंट्रीकार जैसी सुविधाएं यात्रियों को एक अलग अनुभव देंगी। यह ट्रेन खासतौर पर उन यात्रियों के लिए डिजाइन की गई है जो लंबी दूरी तय करते हैं लेकिन वातानुकूलित डिब्बों का खर्च नहीं उठा सकते। किराया कम रहेगा लेकिन अनुभव हाई-क्वालिटी का होगा।
मालदा टाउन से गोमतीनगर: हर गुरुवार को रवाना होने वाली यह ट्रेन 22 बोगियों के साथ 19 स्टेशनों पर रुकेगी। गोमतीनगर से वापसी हर शुक्रवार को।
राजेंद्र नगर–नई दिल्ली: पटना से रोज़ चलने वाली यह ट्रेन राजधानी से कनेक्टिविटी को और मज़बूत करेगी। कुल 15 घंटे 45 मिनट में नई दिल्ली पहुंचेगी।
दरभंगा–गोमतीनगर: हर शनिवार चलने वाली यह ट्रेन सीतामढ़ी, रक्सौल, नरकटियागंज और गोरखपुर होते हुए गोमतीनगर पहुंचेगी, जो बिहार से यूपी की धार्मिक राजधानी को जोड़ने वाला नया सेतु बनेगा।
रेलवे मंत्रालय का कहना है कि ये ट्रेनें विशेष तौर पर त्योहारों, भर्ती परीक्षाओं, और शादी-ब्याह के सीजन को ध्यान में रखकर शुरू की जा रही हैं। जब अन्य ट्रेनें फुल रहती हैं, तब ये सुपरफास्ट ट्रेनें एक किफायती और सुलभ विकल्प बनेंगी। इससे उत्तर प्रदेश और बिहार के दूर-दराज के शहरों को भी सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी, जो अभी तक बड़ी ट्रेनों के नेटवर्क में शामिल नहीं थे।