

उत्तर प्रदेश शासन ने चिकित्सा विभाग में तात्कालिक प्रभाव से महत्वपूर्ण फेरबदल किए हैं। नए आदेश में कई वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारियों को नए कार्यस्थलों पर तैनात किया गया है।
यूपी का स्वास्थ विभाग
Lucknow:उत्तर प्रदेश सरकार ने सोमवार को प्रादेशिक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा संवर्ग के संयुक्त निदेशक ग्रेड के कई अधिकारियों को मुख्य चिकित्सा अधिकारी के पद पर प्रोन्नति देने के साथ तत्काल प्रभाव से तबादला कर दिया।
उत्तर प्रदेश शासन के चिकित्सा अनुभाग-2 ने 8 सितंबर 2025 को प्रादेशिक चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवा संवर्ग के संयुक्त निदेशकों के साथ-साथ अन्य वरिष्ठ चिकित्साधिकारियों की तैनाती में फेरबदल किया है। इस फेरबदल के तहत, चिकित्सा अधिकारियों को नए स्थानों पर जिम्मेदारी दी गई है, और उनसे उम्मीद की जा रही है कि वे बिना किसी देरी के कार्यमुक्त होकर अपनी नई तैनाती पर कार्यभार ग्रहण करेंगे।
प्रतीकात्मक छवि (फोटो सोर्स-इंटरनेट)
1. डॉ. राधा वल्लभ, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी, सुलतानपुर को मुख्य चिकित्सा अधिकारी के पद पर मथुरा भेजा गया है।
2. डॉ भवनाथ पाण्डेय, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, जिला संयुक्त चिकित्सालय, संतकबीर नगर से मुख्य चिकित्सा अधिकारी, हरदोई बनाया गया है।
3. डॉ दीपा सिंह, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी, बागपत को मुख्य चिकित्सा अधिकारी, रामपुर बनाया गया है।
4. राजेन्द्र प्रसाद, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी, महाराजगंज को मुख्य चिकित्सा अधिकारी के पद पर एटा भेजा गया।
5. डा ननकू राम, वरिष्ठ परामर्शदाता, जिला महिला चिकित्सालय, जालौन को मुख्य चिकित्सा अधिकारी बनाकर आजमगढ़ भेजा गया है।
6. डा चन्द्र प्रकाश, वरिष्ठ परामर्शदाता, जिला चिकित्सालय, आगरा को मुख्य चिकित्सा अधिकारी, कुशीनगर नियुक्त किया गया है।
सभी चिकित्साधिकारियों को तत्काल प्रभाव से नवीन तैनाती पर जाने और कार्यभार ग्रहण करने को कहा गया है।
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चिकित्साधिकारियों को यह निर्देश दिया गया है कि वे जल्द से जल्द अपनी वर्तमान तैनाती से कार्यमुक्त हो जाएं और अपनी नई तैनाती पर कार्यभार ग्रहण करें। साथ ही, कार्यभार ग्रहण करने के बाद उन्हें शासन को कार्यभार प्रमाणक उपलब्ध कराने की भी आवश्यकता होगी।
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यह बदलाव प्रदेश में चिकित्सा सेवाओं को बेहतर बनाने और प्रशासनिक दक्षता को बढ़ाने के उद्देश्य से किया गया है। अधिकारियों का मानना है कि इस फेरबदल से प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा। इसके अलावा, यह बदलाव नए कार्यस्थल पर अधिकारियों के अनुभव और नेतृत्व क्षमता का सही उपयोग करने का अवसर भी प्रदान करेगा।