

मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सोमवार सुबह भारी बारिश के दौरान एक बड़ा हादसा होते-होते बचा। एअर इंडिया के एक A320 विमान की लैंडिंग के दौरान यह विमान रनवे से फिसल गया और तीनों टायर भी फट गए।
एअर इंडिया का विमान रनवे से फिसला (सोर्स इंटरनेट)
New Delhi: मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सोमवार सुबह भारी बारिश के दौरान एक बड़ा हादसा होते-होते बचा। एअर इंडिया के एक A320 विमान की लैंडिंग के दौरान यह विमान रनवे से फिसल गया और तीनों टायर भी फट गए।
सूत्रों के अनुसार, एअर इंडिया की उड़ान AI-2744 (विमान नंबर VT-TYA) को कोच्चि से मुंबई के लिए उड़ान भरने के बाद रनवे पर लैंडिंग के दौरान नियंत्रण खो बैठा। यह विमान मेन रनवे 27 से करीब 16-17 मीटर दूर कीचड़ भरी जगह में जाकर रुक गया। हालांकि, यह हादसा गंभीर नहीं साबित हुआ। विमान को मामूली क्षति पहुंची, लेकिन विमान पूरी तरह से सुरक्षित था और बिना किसी कठिनाई के टैक्सी पार्किंग बे तक पहुंच गया।
चौकाने वाली बात यह थी कि इस हादसे में किसी भी यात्री या चालक दल के सदस्य के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है। विमान में सवार सभी यात्री और चालक दल सुरक्षित रहे और घटना के बाद वे बिना किसी खौफ के विमान से उतर गए।
एअर इंडिया ने भी इस हादसे पर एक बयान जारी किया। एयरलाइन के प्रवक्ता ने कहा कि 21 जुलाई 2025 को कोच्चि से मुंबई के लिए उड़ान भरने वाली उड़ान AI-2744 में लैंडिंग के दौरान भारी बारिश के कारण विमान रनवे से फिसल गया। हालांकि, विमान को कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ और यह विमान सुरक्षित रूप से गेट तक पहुंच गया। प्रवक्ता ने यह भी बताया कि विमान को निरीक्षण के लिए रोक दिया गया है और इसकी सुरक्षा जांच की जा रही है।
हवाई अड्डे के अधिकारियों ने इस घटना की पुष्टि की और बताया कि आपातकालीन प्रोटोकॉल तुरंत लागू कर दिए गए थे। सीएसएमआईए (छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा) के प्रवक्ता के अनुसार, घटना के बाद आपातकालीन प्रतिक्रिया टीमों को तत्काल सक्रिय किया गया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए विमान को दूसरे रनवे 14/32 पर स्थानांतरित कर दिया गया और हवाई अड्डे का परिचालन भी इस रनवे पर जारी रहा।
हालांकि, मुख्य रनवे पर हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है, लेकिन इस घटना के कारण किसी भी प्रकार की बड़ी बाधा उत्पन्न नहीं हुई। विमान में सवार यात्रियों और चालक दल के सदस्यों की सुरक्षा एयरलाइंस की सर्वोच्च प्राथमिकता बताई जा रही है।