

उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने सोमवार को फरेंदा तहसील में एक संगठित विरोध प्रदर्शन करते हुए भाजपा सरकार की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े किए। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उप जिलाधिकारी विजय यादव के माध्यम से महामहिम राज्यपाल को संबोधित एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था, शिक्षा व्यवस्था की बदहाली, बढ़ते प्रशासनिक भ्रष्टाचार और लोकतांत्रिक अधिकारों के दमन को लेकर नाराजगी जताई गई।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी का विरोध प्रदर्शन
Maharajganj: उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने सोमवार को फरेंदा तहसील में एक संगठित विरोध प्रदर्शन करते हुए भाजपा सरकार की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े किए। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उप जिलाधिकारी विजय यादव के माध्यम से महामहिम राज्यपाल को संबोधित एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था, शिक्षा व्यवस्था की बदहाली, बढ़ते प्रशासनिक भ्रष्टाचार और लोकतांत्रिक अधिकारों के दमन को लेकर नाराजगी जताई गई।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार इस ज्ञापन का नेतृत्व कांग्रेस जिला अध्यक्ष विजय सिंह, पूर्व महासचिव त्रिभुवन नारायण मिश्रा और जिला मीडिया प्रभारी जयप्रकाश लाल ने किया। प्रमुख रूप से ज्ञापन में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री अजय राय के खिलाफ दर्ज मुकदमे का विरोध किया गया। कांग्रेस नेताओं का कहना था कि श्रावण मास के पावन अवसर पर जब अजय राय ने काशी विश्वनाथ मंदिर क्षेत्र में गंदगी और अव्यवस्था पर सवाल उठाए और सफाई की मांग की, तो योगी सरकार ने उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया। कांग्रेस ने इसे सरकार की तानाशाही सोच और लोकतंत्र की हत्या करार दिया।
ज्ञापन में सरकार की शिक्षा नीति पर भी गहरी चिंता जताई गई। कांग्रेस का आरोप है कि प्रदेश में 5000 से अधिक प्राथमिक विद्यालय बंद कर दिए गए हैं जबकि 50,000 से अधिक शराब की दुकानें खोल दी गई हैं। यह इस बात का संकेत है कि प्रदेश सरकार युवाओं को शिक्षित करने के बजाय उन्हें नशे की ओर धकेल रही है।
इसके साथ ही कांग्रेस ने तहसील क्षेत्र में फैले भ्रष्टाचार को लेकर भी कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने आरोप लगाया कि स्थानीय थानों और प्रशासनिक तंत्र में भ्रष्टाचार चरम पर है, जिससे आम जनता को न्याय मिलने में भारी कठिनाई हो रही है।
कांग्रेस नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने शीघ्र आवश्यक कदम नहीं उठाए तो कांग्रेस कार्यकर्ता जनहित में व्यापक आंदोलन छेड़ने के लिए बाध्य होंगे। यह आंदोलन प्रशासनिक कार्यों को ठप करने और जनता को संगठित कर सड़क पर उतरने जैसे कदमों तक जा सकता है।
इस अवसर पर कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं की उपस्थिति रही, जिनमें पूर्व जिला अध्यक्ष झिनकू चौधरी, रामनारायण चौरसिया, हृदय नारायण पांडे, चंदन तिवारी, राजेश मौर्य, रमेश श्रीवास्तव, शिव श्रीवास्तव, प्रमोद अग्रहरी, हनुमान कनौजिया, अमरमणि पासवान, शेषमणि यादव, दीपक सिंह, धर्म सिंह चौहान, सुदामा प्रसाद, ध्यानचंद, राम प्रताप और जयंती मौर्य सहित सैकड़ों कांग्रेसजन शामिल रहे।