महराजगंज: जिले के बृजमनगंज ब्लॉक अंतर्गत कम्पोजिट विद्यालय गोपालपुर में तैनात सहायक अध्यापक रामप्रताप की हृदय गति रुकने से असामयिक मौत हो गई। इस दुखद घटना से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। इस खबर से शिक्षक समुदाय के साथ ही स्थानीय ग्रामीण भी स्तब्ध हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, मूल रूप से उन्नाव जिले के बिछिया गांव निवासी रामप्रताप वर्ष 2016 से कम्पोजिट विद्यालय गोपालपुर में सहायक अध्यापक के पद पर कार्यरत थे। वह रोजाना की तरह सोमवार को विद्यालय में पढ़ाने के बाद अपने कमरे में वापस लौटे। खाना खाने के बाद वह सोने चले गए, लेकिन अगले दिन सुबह जब काफी देर तक कमरे का दरवाजा नहीं खुला तो उनके साथी शिक्षक को शक हुआ।
शोक की लहर दौड़ गई
सहकर्मियों ने दरवाजा खोला तो रामप्रताप अचेत अवस्था में पड़े थे। आनन-फानन में स्थानीय चिकित्सक को बुलाकर उनके स्वास्थ्य की जांच कराई गई, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। चिकित्सक ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बताया जा रहा है कि रात में हृदयाघात से उनकी मौत हो गई। इस हृदय विदारक घटना की खबर मिलते ही सहकर्मियों ने तत्काल उनके परिजनों को सूचना दी। गांव व विद्यालय क्षेत्र में यह खबर फैलते ही शोक की लहर दौड़ गई।
शोक सभा का आयोजन
विद्यालय के शिक्षकों, कर्मचारियों व स्थानीय नागरिकों ने गहरा दुख व्यक्त किया। शिक्षक की मौत की सूचना मिलते ही खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) अज्ञेय कुमार समेत कई वरिष्ठ शिक्षकों ने विद्यालय पहुंचकर शोक सभा का आयोजन किया।
अनुग्रह राशि प्रदान करने की मांग
इस दौरान संतराम वर्मा, चंदन द्विवेदी, राम सजीवन गुप्ता, संत कुमार अग्रहरि, वीरेंद्र जायसवाल, सच्चिदानंद मिश्र, राजेश कुमार, विनय पाठक, अजीत सिंह, अर्जुन गुप्ता, नागेंद्र चौरसिया, अनूप कुमार आदि ने पुष्प अर्पित कर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। रामप्रताप के असामयिक निधन से शिक्षा विभाग को एक कुशल, निष्ठावान व कर्मठ शिक्षक की अपूरणीय क्षति हुई है। शिक्षक समुदाय ने प्रदेश सरकार से उनके परिवार को उचित सहायता व अनुग्रह राशि प्रदान करने की मांग की है।