

महराजगंज के झूलनीपुर बॉर्डर के पास स्थित अमड़ी पुल आजकल हादसों का पर्याय बन गया है। यह पुल इतनी जर्जर स्थिति में पहुंच चुका है कि कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।
अमड़ी पुल की टूटी रेलिंग
Maharajganj: महराजगंज के झूलनीपुर बॉर्डर के पास स्थित अमड़ी पुल आजकल हादसों का पर्याय बन गया है। यह पुल इतनी जर्जर स्थिति में पहुंच चुका है कि कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।
पुल की रेलिंग कई जगहों से टूट चुकी है, लोहे की सरिया बाहर निकल चुकी है और पुल का पूरा ढांचा कमजोर हो चुका है। ऐसे में यहां से गुजरना वाहन चालकों के लिए जान जोखिम में डालने जैसा हो गया है।
डाइनामाइट न्यूज़ से बातचीत के दौरान स्थानीय निवासियों का कहना है कि इस पुल से रोजाना सैकड़ों वाहन गुजरते हैं, लेकिन पुल की स्थिति अत्यंत दयनीय है। पुल संकरा है और दो गाड़ियां एक साथ नहीं निकल सकतीं। परिणामस्वरूप आए दिन वाहन आपस में टकरा जाते हैं, जिससे कई लोग घायल हो चुके हैं। बाइक सवारों के लिए यह पुल और भी खतरनाक साबित हो रहा है, क्योंकि थोड़ी सी चूक होने पर वाहन सीधे पुल से नीचे गिर सकते हैं।
पुल के किनारों पर कोई ठोस नहीं है। रेलिंग टूटी होने के कारण यह और भी खतरनाक हो गया है। कई जगहों पर लोहे की सरिये बाहर झांक रही हैं जो कभी भी किसी को गंभीर रूप से घायल कर सकती हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि पुल पर दुर्घटनाओं के निशान साफ दिखाई देते हैं, जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह पुल किस हद तक जानलेवा बन चुका है।
सबसे बड़ी विडंबना यह है कि निचलौल से झूलनीपुर तक की सड़क तो चौड़ी और ठीक है, लेकिन अमड़ी पुल तक आते ही वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। आए दिन जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है क्योंकि एक गाड़ी को किनारे रुकना पड़ता है ताकि दूसरी पार हो सके।