

भारत के अधिकांश हिस्सों में भारी बारिश का सिलसिला जारी है। उत्तर से लेकर पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों तक मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है। राजधानी दिल्ली समेत कई महानगरों में जनजीवन प्रभावित हुआ है।
भारी बारिश (Img: Freepik)
New Delhi: देशभर में मानसून सक्रिय हो चुका है और इसका असर पहाड़ों से लेकर मैदानों तक साफ देखा जा सकता है। उत्तर भारत, पूर्वोत्तर और मध्य भारत के कई हिस्सों में पिछले कुछ दिनों से मूसलाधार बारिश हो रही है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अगले 7 दिनों तक देश के विभिन्न भागों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है। इससे कई राज्यों में बाढ़ जैसे हालात बनने लगे हैं।
राजधानी दिल्ली में पिछले दो दिनों से बारिश
राजधानी दिल्ली में भी पिछले दो दिनों से बारिश हो रही है। शहर के कई हिस्सों में जलभराव की स्थिति बन गई है। आनंद विहार, पीतमपुरा, लक्ष्मीनगर, दक्षिणी दिल्ली और रोहिणी जैसे क्षेत्रों में मध्यम बारिश दर्ज की गई है। मौसम विभाग के अनुसार, आज भी दिल्ली में बादल छाए रहेंगे और हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है, जिससे तापमान में गिरावट आ सकती है और लोगों को उमस से राहत मिलेगी।
मध्य प्रदेश और राजस्थान में भारी बारिश
मौसम विभाग के अनुसार, मध्य प्रदेश और राजस्थान में अगले 4 दिनों तक भारी बारिश का पूर्वानुमान है। 31 जुलाई को पूर्वी राजस्थान और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में बहुत भारी बारिश हो सकती है। उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर जैसे पहाड़ी राज्यों में 31 जुलाई से 4 अगस्त तक भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना जताई गई है।
बारिश का दौर जारी
इसके अलावा, पूर्वोत्तर भारत के अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में अगले एक सप्ताह तक भारी बारिश का दौर जारी रहने की चेतावनी दी गई है। कोंकण, गुजरात, और मध्य महाराष्ट्र के घाट क्षेत्रों में भी आज भारी बारिश की संभावना है। उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, बिहार, झारखंड, और ओडिशा में 31 जुलाई से 3 अगस्त तक तेज बारिश होने की संभावना है।
बारिश होने की चेतावनी
उत्तर प्रदेश में मौसम विभाग ने 35 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। इनमें झांसी, ललितपुर, महोबा, हमीरपुर, उरई, आगरा, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, बरेली, कासगंज, मथुरा, और बुलंदशहर जैसे जिले शामिल हैं। इन क्षेत्रों में तेज हवा के साथ बारिश होने की चेतावनी दी गई है। मौसम विभाग की सैटेलाइट तस्वीरों में यह स्पष्ट हुआ है कि उत्तरी गुजरात, पश्चिमी मध्य प्रदेश और दक्षिण-पूर्व राजस्थान में संवहनीय बादल सक्रिय हैं, जिससे इन क्षेत्रों में भारी वर्षा के आसार हैं। इस समय देश के अनेक हिस्सों में नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। प्रशासन को सतर्क किया गया है और कुछ स्थानों पर राहत एवं बचाव कार्य भी प्रारंभ किए जा चुके हैं।