

महाराष्ट्र के राज्यापाल और एनडीए के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन आज यानि बुधवार को अपना नामांकन दाखिल करेंगे। सुबह करीब 11 बजे नॉमिनेशन किया जाएगा और इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद रहेंगे। उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव 9 सितंबर को संसद भवन में होगा और नतीजे इसी दिन रात तक घोषित होंगे। नामांकन में पीएम मोदी के साथ-साथ एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्रियों और गठबंधन के करीब 160 सांसद शामिल होंगे, जिनमें 20 प्रस्तावक और 20 समर्थक होंगे।
सीपी राधाकृष्णन के साथ प्रधानमंत्री मोदी (Source: Internet)
New Delhi: एनडीए के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन आज यानि बुधवार को अपना नामांकन दाखिल करेंगे। सुबह करीब 11 बजे नॉमिनेशन किया जाएगा और इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद रहेंगे।
बीजेपी अपने सांसदों के लिए वर्कशॉप भी करेगी। इसमें सांसदों को संसद से जुड़े पहलुओं के बारे में तो बताया जाएगा। साथ ही उपराष्ट्रपति पद के लिए किस तरह वोटिंग होगी और उन्हें वोटिंग करते वक्त क्या ध्यान रखना है यह भी बताया जाएगा। बीजेपी सूत्रों के मुताबिक अब 6 से 8 सितंबर तक सांसदों की वर्कशॉप की जाएगी। इसमें उन्हें संसद के विभिन्न नियमों के बारे में भी बताया जाएगा।
पिछली बार जब उपराष्ट्रपति का चुनाव हुआ था तब भी बीजेपी ने अपने सांसदों के लिए इस तरह की वर्कशॉप की थी। उस वक्त जब मॉक ड्रिल कराई गई तब 52 सांसद ऐसे थे जिन्होंने बैलेट पेपर में इस तरह वोट दिया जिससे उनका वोट इनवेलिड माना गया। इसके बाद फिर वही मॉक ड्रिल दोहराई गई तो फिर भी 31 सांसदों के वोट इनवेलिड मिले।
बी. सुदर्शन विपक्ष के उम्मीदवार
इधर इंडिया ब्लॉक ने सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बी. सुदर्शन रेड्डी को अपना उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे कल बी. सुदर्शन रेड्डी की मुलाकात इंडिया ब्लॉक में शामिल दलों के सांसदों से करवाएंगे। वह उपराष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष के उम्मीदवार के रूप में 21 अगस्त को अपना नामांकन दाखिल करेंगे। उन्हें भारत के सबसे प्रतिष्ठित और प्रगतिशील न्यायविदों में से एक माना जाता है।
कौन है सीपी राधाकृष्णन
तमिलनाडु के तिरुपुर में जन्मे हैं 68 वर्षीय सी.पी. राधाकृष्णन और चार दशक से अधिक समय से राजनीति में सक्रिय हैं। उन्होंने 1974 में भारतीय जनसंघ के साथ अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से भी जुड़े रहे। वह 1998 और 1999 में कोयंबटूर से लोकसभा सांसद चुने गए। इसके अलावा, वह तमिलनाडु बीजेपी के अध्यक्ष, झारखंड और तेलंगाना के राज्यपाल, और पुडुचेरी के उपराज्यपाल रह चुके हैं।
क्यों बनाया एनडीए ने उम्मीदवार
पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद से देश के अगले उपराष्ट्रपति पद के लिए योग्य उम्मीदवार की तलाश चल रही थी। धनखड़ के अंतिम समय में सरकार के साथ उनकी तल्खी को लेकर यह तय हो गया था कि इस बार बीजेपी और आरएसएस की विचारधारा को मानने वाले किसी नेता को उम्मीदवार चुना जाएगा।