

भारत में एक बार फिर कोरोना वायरस के मामले बढ़ गए हैं। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की ये रिपोर्ट
भारत में 24 घंटे में कोरोना के 391 नए मामले
नई दिल्ली: भारत में एक बार फिर कोरोना वायरस संक्रमण के मामले धीरे-धीरे बढ़ने लगे हैं। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से शनिवार को जारी रिपोर्ट के मुताबिक, बीते 24 घंटों में कोरोना के 391 नए मरीज सामने आए हैं, जबकि संक्रमण के कारण 4 लोगों की मौत की पुष्टि की गई है। इस तरह देशभर में अब सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 5755 हो गई है।
गर्भवती महिला समेत चार की जान गई
मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना संक्रमण की वजह से जिन चार लोगों की जान गई है, उनमें एक 9 महीने की गर्भवती महिला भी शामिल है। यह दुखद घटना मध्य प्रदेश के भोपाल जिले से सामने आई है। इसके अलावा महाराष्ट्र, केरल और तमिलनाडु में भी एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। इस घटनाक्रम ने एक बार फिर यह चेतावनी दे दी है कि भले ही कोरोना की लहर उतनी तीव्र न हो, लेकिन यह अब भी जानलेवा साबित हो सकता है।
राज्यवार कोरोना स्थिति
मंत्रालय की रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि सबसे ज्यादा मामले केरल से सामने आए हैं। राज्य में बीते 24 घंटों में 127 नए संक्रमित मरीज मिले हैं, जिससे वहां कुल सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 1806 हो गई है। वहीं, दिल्ली में कोरोना के 73 नए मामले सामने आए हैं और वहां कुल सक्रिय मरीजों की संख्या 665 हो चुकी है।
पश्चिम बंगाल में 26 नए मरीजों के साथ सक्रिय मामलों की संख्या 622 पहुंच गई है, जबकि महाराष्ट्र में 29 नए मामलों के साथ यह आंकड़ा 577 हो गया है। इन आंकड़ों से साफ है कि संक्रमण की स्थिति कई राज्यों में चिंताजनक बनी हुई है।
डब्ल्यूएचओ की चेतावनी भी अनदेखी नहीं
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मई 2025 में ही कोरोना को लेकर एक नई चेतावनी जारी की थी, जिसमें उन्होंने संभावित नए वैरिएंट्स और संक्रमण के बढ़ते खतरे को लेकर देशों को सतर्क रहने को कहा था। विशेषज्ञों का मानना है कि मौसम में बदलाव, भीड़भाड़ वाले इलाकों में मास्क न पहनना और टीकाकरण की अनदेखी इसके पीछे प्रमुख कारण हो सकते हैं।
सावधानी ही सुरक्षा
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि भले ही पहले जैसी भयावह स्थिति न हो, लेकिन कोविड-19 का खतरा पूरी तरह टला नहीं है। विशेष रूप से बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और पहले से बीमार लोगों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। नियमित रूप से हाथ धोना, भीड़भाड़ से बचना, मास्क पहनना और लक्षण दिखने पर तुरंत जांच करवाना अब भी जरूरी है।