

दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किला परिसर में आयोजित धार्मिक अनुष्ठान के दौरान एक करोड़ रुपये का बहुमूल्य सोने और रत्नों से सजा कलश चोरी हो गया। कलश व्यापारी सुधीर जैन का था और इसे प्रतिदिन पूजा के लिए लाया जाता था।
लाल किला (Img: Google)
New Delhi: लाल किले के परिसर में चल रहे जैन धार्मिक अनुष्ठान के दौरान एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। जहां अनुष्ठान स्थल से लगभग एक करोड़ रुपये मूल्य का सोने और बहुमूल्य रत्नों से सजा हुआ कलश चोरी हो गया। इस घटना से पूरे आयोजन स्थल पर हड़कंप मच गया।
इस अनुष्ठान का आयोजन 28 अगस्त से 9 सितंबर तक किया गया है, जिसमें देशभर से श्रद्धालु हिस्सा ले रहे हैं। कार्यक्रम के दौरान मंच पर विशेष व्यवस्था की गई थी, जिसमें केवल धोती-कुर्ता पहनने वाले और पूर्व से अनुमति प्राप्त लोगों को प्रवेश की अनुमति थी।
दिल्ली के सिविल लाइंस इलाके के निवासी और जाने-माने व्यापारी सुधीर जैन इस अनुष्ठान में प्रतिदिन भाग ले रहे थे। वे हर दिन अपने घर से पूजा के लिए यह विशेष कलश लेकर आते थे। जानकारी के मुताबिक, यह कलश लगभग 760 ग्राम शुद्ध सोने से निर्मित था और उस पर 150 ग्राम हीरे, माणिक्य और पन्ना जड़े हुए थे।
लाल किला (Img: Google)
मंगलवार को जब सुधीर जैन ने पूजा के लिए कलश मंच पर रखा, तो श्रद्धालु आसपास बैठ चुके थे। उसी दौरान लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला का आगमन हुआ और सभी आयोजक एवं श्रद्धालु उनके स्वागत में व्यस्त हो गए। इसी अफरा-तफरी के बीच मंच पर रखा कलश गायब हो गया। शुरुआत में आयोजकों को लगा कि कलश शायद कहीं दबा हुआ है, लेकिन जब विस्तृत तलाश की गई तो साफ हो गया कि यह चोरी हो चुका है। इसके बाद कोतवाली थाने में ई-एफआईआर दर्ज कराई गई।
पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला है कि एक संदिग्ध व्यक्ति कई दिनों से आयोजन स्थल के आसपास धोती-कुर्ता पहनकर घूम रहा था और उसने श्रद्धालुओं व आयोजकों से मेल-जोल बढ़ा लिया था। ओम बिड़ला के आने से उत्पन्न हुई भीड़भाड़ का फायदा उठाकर उसने मंच तक पहुंचकर कलश चुरा लिया और फरार हो गया।
कोतवाली एसीपी शंकर बनर्जी के नेतृत्व में बनाई गई जांच टीम ने घटनास्थल के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली, जिसमें संदिग्ध की गतिविधियां स्पष्ट रूप से रिकॉर्ड हुई हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि संदिग्ध की पहचान कर ली गई है और जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस अब इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या इस वारदात में और लोग शामिल थे और क्या यह पूर्व नियोजित साजिश थी।