Delhi Blast Update: धमाके से 10 घंटे 48 मिनट पहले कार ने ली थी दिल्ली में एंट्री, जानें इतने घंटे में क्या-क्या हुआ?

लाल किले के पास हुए ब्लास्ट की जांच में खुलासा हुआ कि i20 कार ने 10 घंटे 48 मिनट में दिल्ली की सड़कों पर सफर किया। 100 CCTV फुटेज से कार का पूरा रूट सामने आया, 13 संदिग्ध रडार पर हैं। धमाके में मारे गए दो लोगों की पहचान अशोक कुमार (अमरोहा, उत्तर प्रदेश) और अमर कतारिया (श्रीनिवासपुरी, दिल्ली) के रूप में हुई है।

Post Published By: Mayank Tawer
Updated : 11 November 2025, 2:04 PM IST
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New Delhi: दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले के पास हुए धमाके के बाद जांच एजेंसियों ने पूरी ताकत झोंक दी है। विस्फोट में इस्तेमाल हुई सफेद i20 कार के हर पल का हिसाब जोड़ा जा रहा है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 100 से अधिक CCTV कैमरों की फुटेज खंगालने के बाद कार की मूवमेंट का पूरा ब्लूप्रिंट तैयार किया है। जांच में सामने आया है कि यह कार करीब 10 घंटे 48 मिनट तक दिल्ली की सड़कों पर घूमती रही और अंत में लाल किले के पास ब्लास्ट हुआ।

सुबह 8:04 बजे दिल्ली में दाखिल हुई कार

जांच के मुताबिक 10 नवंबर की सुबह 8 बजकर 4 मिनट पर यह सफेद i20 कार बदरपुर टोल बूथ से दिल्ली में दाखिल हुई। थोड़ी देर बाद सुबह 8:20 पर इसे ओखला इंडस्ट्रियल एरिया के पास स्थित एक पेट्रोल पंप पर देखा गया। वहां चालक ने गाड़ी में पेट्रोल भरवाया और कुछ देर रुकने के बाद आगे बढ़ गया। सीसीटीवी फुटेज में कार का नंबर प्लेट साफ तौर पर दिखा, जिससे जांच को अहम सुराग मिला।

लाल किले के पास तीन घंटे तक खड़ी रही कार

करीब सात घंटे बाद दोपहर 3:19 बजे यह कार लाल किले के पास सुनहरी मस्जिद के नजदीक बने पार्किंग एरिया में दाखिल होती दिखाई दी। वहां यह करीब तीन घंटे तक खड़ी रही। शाम 6:22 बजे कार पार्किंग से बाहर निकली और दरियागंज होते हुए कश्मीरी गेट की दिशा में बढ़ी।

18:52 बजे हुआ धमाका, पुरानी दिल्ली दहली

शाम 6:52 बजे यानी पार्किंग से निकलने के केवल 30 मिनट बाद इस कार में भयंकर विस्फोट हुआ। धमाके की आवाज दूर-दूर तक सुनाई दी और पुरानी दिल्ली का इलाका चीख-पुकार से गूंज उठा। आसपास खड़ी कई गाड़ियों और दुकानों के शीशे टूट गए। दिल्ली पुलिस, फायर ब्रिगेड और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंचीं और राहत कार्य शुरू हुआ।

फॉरेंसिक जांच से खुला कार का पूरा रूटमैप

स्पेशल सेल ने ब्लास्ट साइट के साथ-साथ दरियागंज, कश्मीरी गेट और सुनहरी मस्जिद के आस-पास के कैमरों की फुटेज खंगाली। प्रारंभिक फॉरेंसिक रिपोर्ट में बताया गया कि कार लाल किले के आसपास तीन घंटे से ज्यादा खड़ी रही और उसके बाद सुभाष मार्ग होते हुए उत्तर दिशा की ओर बढ़ी। जांच एजेंसियां यह भी पता लगा रही हैं कि क्या कार के अंदर टाइमर-डिवाइस या रिमोट कंट्रोल से ब्लास्ट कराया गया था।

फरीदाबाद के शोरूम से खरीदी गई थी कार

दिल्ली पुलिस की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है कि विस्फोट में इस्तेमाल हुई यह i20 कार फरीदाबाद के सेक्टर-37 स्थित “रॉयल कार जोन” नामक शोरूम से खरीदी गई थी। जब पुलिस ने डीलरशिप के मालिक से संपर्क करने की कोशिश की तो फोन स्विच ऑफ मिला। अब पुलिस ने शोरूम मालिक और उससे जुड़े कर्मचारियों की तलाश शुरू कर दी है।

13 संदिग्ध एजेंसियों के रडार पर

सूत्रों के मुताबिक दिल्ली पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों ने इस केस में 13 संदिग्धों को रडार पर लिया है। इनमें से कुछ से पूछताछ जारी है। वहीं, जम्मू-कश्मीर पुलिस ने आमिर नामक व्यक्ति को हिरासत में लिया है, जिससे लंबी पूछताछ की जा रही है। एजेंसियों को शक है कि आमिर ब्लास्ट से पहले दिल्ली में मौजूद था और उसी ने कार के संपर्क में आने की कोशिश की थी।

दो मृतकों की हुई पहचान, बाकी सात अज्ञात

धमाके में मारे गए दो लोगों की पहचान अशोक कुमार (अमरोहा, उत्तर प्रदेश) और अमर कतारिया (श्रीनिवासपुरी, दिल्ली) के रूप में हुई है। बाकी सात शवों की पहचान अभी तक नहीं हो सकी है, जिनमें से एक केवल शरीर का हिस्सा बरामद हुआ है। जांच एजेंसियां अब कार की खरीद से लेकर ब्लास्ट तक के हर लिंक को जोड़ने में जुटी हैं। दिल्ली पुलिस का कहना है कि यह केस राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से बेहद संवेदनशील है और किसी भी एंगल को नजरअंदाज नहीं किया जाएगा।

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  • New Delhi

Published : 
  • 11 November 2025, 2:04 PM IST