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इंदिरा गांधी की 108वीं जयंती पर कांग्रेस नेताओं ने शक्ति स्थल पर पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की। देशभर में कार्यक्रम आयोजित हुए। जहां उनके साहसिक नेतृत्व, हरित क्रांति, 1971 की जीत और राष्ट्रनिर्माण में उनके योगदान को याद किया गया।
‘आयरन लेडी’ इंदिरा गांधी को नमन
New Delhi: देश की प्रथम महिला प्रधानमंत्री और ‘भारत रत्न’ से सम्मानित इंदिरा गांधी की 108वीं जयंती पर पूरे देश में उन्हें श्रद्धांजलि देने का सिलसिला जारी है। बुधवार सुबह राजधानी दिल्ली में स्थित शक्ति स्थल पर कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने पहुंचकर पूर्व प्रधानमंत्री को नमन किया। इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष व कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने इंदिरा गांधी के स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की और उनके योगदान को याद किया।
इस अवसर पर कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट साझा करते हुए इंदिरा गांधी को भारत के इतिहास की सबसे प्रभावशाली नेताओं में से एक बताया। पार्टी ने लिखा कि हरित क्रांति से लेकर बांग्लादेश की मुक्ति तक, इंदिरा गांधी का साहसिक और निर्णायक नेतृत्व देश को मजबूती, आत्मनिर्भरता और वैश्विक पहचान दिलाने में मील का पत्थर साबित हुआ। पोस्ट में कहा गया कि इंदिरा गांधी ने कभी किसी महाशक्ति के आगे झुकना स्वीकार नहीं किया और हमेशा भारत की स्वतंत्र नीति पर दृढ़ रहीं।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इंदिरा गांधी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनका अनुकरणीय और गतिशील नेतृत्व आज भी भारतीय राजनीति के लिए प्रेरणास्रोत है। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी ने अदम्य राजनीतिक साहस, समर्पण और लोक सेवा के प्रति अटूट निष्ठा का परिचय दिया। खड़गे ने कहा कि राष्ट्र की एकता और अखंडता के लिए उनका सर्वोच्च बलिदान हमेशा देशवासियों को प्रेरित करता रहेगा।
राहुल गांधी ने अपनी दादी इंदिरा गांधी को याद करते हुए कहा कि उन्हें निडर होकर निर्णय लेने और हर परिस्थिति में देशहित को सर्वोपरि रखने की प्रेरणा उन्हीं से मिली है। राहुल गांधी ने कहा कि उनकी दादी का साहस, देशभक्ति और नैतिकता आज भी उन्हें अन्याय के खिलाफ मजबूत होकर खड़े होने की शक्ति देती है।
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कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने इंदिरा गांधी की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में भारत ने न सिर्फ नई ऊंचाइयों को छुआ बल्कि वैश्विक मंच पर भी अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज कराई। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी की दूरदर्शिता और निर्णय क्षमता ने भारत को एक मजबूत राष्ट्र के रूप में स्थापित किया।
कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने उन्हें ‘आयरन लेडी’ बताते हुए कहा कि इंदिरा गांधी ने युद्ध के मैदान से लेकर अंतरिक्ष तक भारत के साहस और शक्ति का लोहा मनवाया। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी दुनिया का भूगोल बदलने वाली और हिंदुस्तान की तकदीर लिखने वाली महान नेता थीं, जिनके साहस और समर्पण को हमेशा याद किया जाएगा।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि इंदिरा गांधी साहस का प्रतीक थीं। उन्होंने बैंक राष्ट्रीयकरण जैसे ऐतिहासिक फैसलों के जरिए देश की आर्थिक ताकत लोगों तक पहुंचाई। उन्होंने कहा कि 1971 के युद्ध में भारत की निर्णायक जीत इंदिरा गांधी की मजबूत इच्छाशक्ति और रणनीतिक नेतृत्व का परिणाम थी।
इंदिरा गांधी की जयंती पर पूरे देश में कार्यक्रम आयोजित किए गए, और लोग उन्हें उनके कठोर निर्णय, जनहितकारी नीतियों और अदम्य साहस के लिए याद करते रहे।