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रूसी राष्ट्रपति पुतिन का भारत दौरा भारतीय और रूसी संबंधों के लिए ऐतिहासिक महत्व रखता है। पीएम मोदी ने पुतिन को भगवद गीता भेंट की, जो दोनों देशों के सांस्कृतिक रिश्तों को और प्रगाढ़ करती है। पुतिन और मोदी के बीच डिफेंस, ट्रेड और साइंस के मुद्दों पर चर्चा होगी।
पुतिन का भारत दौरा (सोर्स- X/पीएम मोदी)
New Delhi: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इस समय भारत के दौरे पर हैं। एक दिन पहले, 4 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर पुतिन का स्वागत किया। इस अवसर पर, प्रधानमंत्री मोदी ने पुतिन को रशियन भाषा में भगवद गीता की एक विशेष कॉपी भेंट की। इस भेंट को एक ऐतिहासिक पल के रूप में देखा जा रहा है, जो भारत और रूस के बीच सांस्कृतिक और सामरिक रिश्तों को और भी मजबूत करता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने पुतिन को भगवद गीता भेंट करते हुए कहा कि गीता की शिक्षाएं दुनिया भर में लाखों लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत रही हैं। गीता की गहरी और अमूल्य ज्ञान से, न केवल भारत, बल्कि पूरी दुनिया के लोग जीवन के महत्वपूर्ण फैसलों में मार्गदर्शन प्राप्त करते हैं। पीएम मोदी ने इस मौके पर पुतिन के साथ अपनी एक तस्वीर भी साझा की और इस पल को साझा करते हुए भारत की सांस्कृतिक धरोहर और आध्यात्मिकता की सराहना की।
Presented a copy of the Gita in Russian to President Putin. The teachings of the Gita give inspiration to millions across the world.@KremlinRussia_E pic.twitter.com/D2zczJXkU2
— Narendra Modi (@narendramodi) December 4, 2025
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प्रधानमंत्री मोदी ने पुतिन को भारत में स्वागत करते हुए कहा कि भारत और रूस के संबंध समय की कसौटी पर परखे गए हैं। इस दोस्ती से दोनों देशों के लोगों को बड़ी सफलता मिली है और यह पारंपरिक सहयोग भविष्य में और भी मजबूत होगा। प्रधानमंत्री ने पुतिन के साथ अपनी आगामी मुलाकात के प्रति उत्साह व्यक्त करते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच बातचीत से और भी बेहतर सहयोग संभव होगा।
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रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन चार साल में पहली बार भारत आए हैं। पुतिन का यह दौरा दोनों देशों के बीच विशेष महत्व रखता है। पुतिन 5 दिसंबर तक नई दिल्ली में रहेंगे, जहां वे प्रधानमंत्री मोदी के साथ 23वीं भारत-रूस सालाना समिट में भाग लेंगे। इस समिट में कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा होगी, जिनमें डिफेंस, ट्रेड, साइंस और टेक्नोलॉजी, और कल्चर और मानवीय मामलों में बढ़ते सहयोग पर फोकस किया जाएगा।