

यह ऑपरेशन सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भारत की सामरिक नीतियों में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की ये रिपोर्ट
प्रधानमंत्री मोदी (सोर्स-इंटरनेट)
नई दिल्ली: Prime Minister Modi ने हाल ही में एक सभा को संबोधित करते हुए India की नई रक्षा नीति का स्पष्ट संदेश दिया। उन्होंने 'Operation Sindoor' का जिक्र करते हुए कहा कि India अब किसी भी तरह के परमाणु ब्लैकमेल को बर्दाश्त नहीं करेगा। सर्जिकल स्ट्राइक के बाद यह ऑपरेशन India की सामरिक नीतियों में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ है।
सीने पर किया वार, नहीं सहेंगे ब्लैकमेल
Prime Minister ने साफ किया कि भारत अब पुरानी नीतियों से आगे बढ़ चुका है। उन्होंने कहा कि India ने पाकिस्तान पर सीधा हमला किया है। India अब किसी भी तरह की परमाणु ब्लैकमेल बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले देशों को सबक सिखाना अब India की प्राथमिकता बन गई है।
मोदी ने कहा कि आतंकवाद की सरकार और आतंक के आकाओं को अब एक ही नजरिए से देखा जाएगा। उन्होंने दृढ़ता से कहा कि हम आतंक की सरकार और आतंक के आकाओं को अलग-अलग नहीं देखेंगे। इस बयान को न सिर्फ पाकिस्तान बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी एक सख्त संदेश के तौर पर देखा जा रहा है।
दुनिया ने देखा पाकिस्तान का घिनौना सच
अपने संबोधन में Prime Minister Modi ने इस बात पर भी जोर दिया कि दुनिया ने अब पाकिस्तान का असली चेहरा देख लिया है। उन्होंने कहा, 'दुनिया ने पाकिस्तान की घिनौनी सच्चाई देख ली है। हम India और उसके लोगों को सुरक्षित रखने के लिए कुछ भी करेंगे।' यह बयान भारत की मजबूत कूटनीति और सुरक्षा नीति की ओर इशारा करता है।
Made in India हथियारों की प्रमाणिकता
इस ऑपरेशन में 'Made in India' हथियारों की अहम भूमिका रही। Prime Minister ने गर्व के साथ कहा कि इन स्वदेशी हथियारों ने अपनी प्रामाणिकता साबित की है। यह न केवल देश की आत्मनिर्भरता का प्रतीक है, बल्कि वैश्विक स्तर पर भारत की सैन्य शक्ति को भी मजबूत करता है।
पाकिस्तान की फौज और आतंक का गठजोड़
मोदी ने कड़े शब्दों में कहा कि आतंकवाद का समर्थन करने वाली पाकिस्तानी सेना और सरकार एक दिन इस आतंकवाद के हाथों धोखा खा जाएगी। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा, ‘आतंकवाद का समर्थन करने वाली पाकिस्तानी सेना और सरकार एक दिन इस आतंकवाद के हाथों धोखा खा जाएगी।’ यह बयान पाकिस्तान के लिए एक कड़ा संदेश है कि आतंकवाद का समर्थन करने वाले सुरक्षित नहीं रहेंगे।
Terror or Trade: एक साथ नहीं हो सकता
प्रधानमंत्री ने साफ कर दिया कि भारत अब 'आतंकवाद या व्यापार' को एक साथ नहीं देखेगा। अगर पाकिस्तान के साथ कोई बातचीत होगी तो वह सिर्फ आतंकवाद और पीओके (पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर) के मुद्दे पर होगी। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि भारत निर्णायक कदम उठाता रहेगा और आतंकवाद को जड़ से खत्म करना किसी भी तरह के समझौते के लिए जरूरी होगा।
सेना और सशक्त बलों को धन्यवाद
अंत में प्रधानमंत्री ने भारतीय सेना और सशस्त्र बलों का विशेष रूप से आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इन वीर जवानों की बहादुरी और समर्पण के कारण ही भारत को यह सफलता मिली है। उन्होंने देशवासियों से सेना के इस योगदान को हमेशा याद रखने और उसका सम्मान करने की अपील की।