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लोकसभा में SIR पर होने वाली दो-दिन की महाबहस से पहले प्रधानमंत्री मोदी NDA सांसदों को बैठक में इस बिल की अहमियत और बहस की रणनीति समझाएंगे। जिसमें सरकार की रणनीति और बहस में मुख्य बिंदुओं पर चर्चा हो रही है।
NDA सांसदों के साथ बैठक के लिए जाते पीएम मोदी (फोटो सोर्स- इंटरनेट)
New Delhi: संसद के शीतकालीन सत्र में आज राजनीतिक गतिविधियां अपने चरम पर रहने की संभावना है। आज का दिन संसद के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि एक ओर जहां मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) बिल पर बहस होगी, वहीं दूसरी ओर राज्यसभा में 'वंदे मातरम्' पर चर्चा भी तय है।
लोकसभा में SIR बिल पर होने वाली बहस से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुबह राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के सांसदों की बैठक को संबोधित कर रहे हैं। बैठक में प्रधानमंत्री सांसदों को SIR की महत्ता और इसके पीछे सरकार की रणनीति समझाएंगे। इसके साथ ही यह बैठक सांसदों को आगामी बहस में अपना रुख स्पष्ट रूप से पेश करने और विपक्ष के संभावित सवालों का जवाब देने की तैयारी कराने का मौका भी है।
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संसद में कार्यवाही की रूपरेखा के अनुसार, दोपहर 12 बजे लोकसभा में नागरिक उड्डयन मंत्री एक महत्वपूर्ण बयान देंगे। इसके बाद दोपहर 12:10 बजे से चुनाव सुधारों और SIR से जुड़े मुद्दों पर बहस शुरू होगी। इस बहस में विपक्ष की ओर से कांग्रेस नेता राहुल गांधी प्रमुख भूमिका में रहेंगे। उनके साथ केसी वेणुगोपाल और मनीष तिवारी भी महत्वपूर्ण वक्ता होंगे। सरकार की ओर से केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ भाजपा सांसद जैसे निशिकांत दुबे, पीपी चौधरी, अभिजीत गंगोपाध्याय और संजय जायसवाल बहस में सरकार का पक्ष मजबूती से रखेंगे।
लोकसभा में SIR पर दो दिन की महाबहस के लिए कुल 20 घंटे का समय निर्धारित किया गया है। यह बहस 9 और 10 दिसंबर 2025 को होगी। दोनों दिन सदन की कार्यवाही सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक और फिर दोपहर 2 बजे से शाम 6 बजे तक चलेगी। इस दौरान सरकार और विपक्ष दोनों पक्षों को अपने-अपने तर्क प्रस्तुत करने का पूरा अवसर मिलेगा।
SIR को लेकर पहले से ही राजनीतिक तापमान बढ़ा हुआ है। विपक्ष इस प्रक्रिया को ‘वोट चोरी’ से जोड़कर देख रहा है और इसे लोकतंत्र के लिए चुनौती के रूप में प्रस्तुत कर रहा है। दूसरी ओर, सरकार और चुनाव आयोग इस प्रक्रिया को मतदाता सूची को साफ-सुथरा और पारदर्शी बनाने का जरूरी कदम बता रहे हैं। इसी वजह से आने वाले दो दिन संसद में सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस की संभावना है।
वहीं, राज्यसभा में आज दोपहर 1 बजे ‘वंदे मातरम्’ पर चर्चा शुरू होगी। इसकी शुरुआत गृह मंत्री अमित शाह करेंगे। संसद में इस विषय को लेकर पहले ही माहौल गरमाया हुआ है। सोमवार को लोकसभा में वंदे मातरम् पर चर्चा लगभग 11 घंटे 45 मिनट तक चली थी, जो इस सत्र की अब तक की सबसे लंबी बहसों में से एक रही। इसे लेकर सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक भी देखने को मिली थी।
लोकसभा में SIR पर होने वाली दो-दिन की महाबहस राजनीतिक नजरिए से बेहद अहम मानी जा रही है। विपक्ष और सत्तापक्ष दोनों ही इस बहस को अपने-अपने संदेश जनता तक पहुंचाने का अवसर मान रहे हैं। सांसदों की सक्रिय भागीदारी और बहस की लंबाई इस बात का संकेत है कि संसद में आगामी दिनों में इस विषय पर तीखी बहस देखने को मिल सकती है।
संसद के शीतकालीन सत्र के इस अहम दिन में न सिर्फ SIR बिल और चुनाव सुधारों पर बहस होगी, बल्कि वंदे मातरम् जैसी राष्ट्रीय भावना से जुड़े विषय पर भी चर्चा सांसदों और जनता दोनों के लिए महत्वपूर्ण साबित होगी।