

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज वाराणसी से पीएम किसान सम्मान निधि योजना की 20वीं किस्त जारी करेंगे। इस मौके पर 2200 रुपेय करोड़ की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास भी होगा। योजना के तहत पंजीकृत किसानों को 2000 रुपये की राशि सीधे उनके बैंक खाते में भेजी जाएगी।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (Img: Google)
Varanasi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पर हैं। आज यहां वो पीएम-किसान सम्मान निधि योजना की 20वीं किस्त जारी करेंगे। इस दौरान देशभर के 9.7 करोड़ से अधिक किसानों के बैंक खातों में कुल 20,500 करोड़ सीधे ट्रांसफर किये जाएंगे। इस योजना के माध्यम से किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है, जिससे कृषि क्षेत्र को मजबूती मिलती है।
इन योजनाओं की देंगे सौगात
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने वाराणसी में 2200 करोड़ रुपये की लागत से तैयार की गई 52 विकास परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास भी करेंगे। इनमें वाराणसी-भदोही और छितौनी-शूल टंकेश्वर मार्गों का चौड़ीकरण, हरदत्तपुर में रेलवे ओवरब्रिज, स्मार्ट बिजली वितरण परियोजना और 880 करोड़ रुपये से अधिक लागत की भूमिगत विद्युत प्रणाली शामिल हैं।
पीएम मोदी जल जीवन मिशन के अंतर्गत 47 ग्रामीण पेयजल योजनाओं का उद्घाटन करेंगे। साथ ही, आठ नदी तटों के पुनर्विकास, जल शोधन कार्यों और चार तैरते पूजन मंचों की स्थापना का शुभारंभ भी करेंगे। इन पहलों का उद्देश्य वाराणसी में जीवन स्तर को बेहतर बनाना, सांस्कृतिक धरोहर को संजोना और शहर को आधुनिक सुविधाओं से जोड़ना है।
अब तक 3.69 लाख करोड़ से ज्यादा की मदद
दरअसल, पीएम किसान योजना की शुरुआत फरवरी 2019 में की गई थी, जिसका उद्देश्य भूमिधारी किसानों को सालाना 6000 रुपये की आर्थिक सहायता देना है। यह राशि तीन बराबर किश्तों में डीबीटी (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से भेजी जाती है। राज्यसभा में कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री रामनाथ ठाकुर द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, अब तक 19 किस्तों में 3.69 लाख करोड़ रुपये से अधिक राशि किसानों के खातों में भेजी जा चुकी है।
पहली किस्त से अब तक कितना लाभ?
पहली किस्त (2019): 3.16 करोड़ किसानों को 6324 करोड़ रुपये
19वीं किस्त (2025): 10.06 करोड़ किसानों को 23,500 करोड़ रुपये
20वीं किस्त (2 अगस्त 2025): लगभग 2000 रुपये प्रत्येक किसान को मिलने की संभावना
2023 के बाद से लाखों किसान जोड़े गए
बता दें कि 2023 में 'भारत संकल्प यात्रा' के दौरान 1 करोड़ से अधिक नए किसान इस योजना से जुड़े। इसके बाद नई सरकार के 100 दिनों के अभियान के तहत और 25 लाख पात्र परिवारों को जोड़ा गया। सितंबर 2024 से चलाए गए विशेष अभियान के माध्यम से 30 लाख से अधिक लंबित स्व-पंजीकरण मामलों को अनुमोदन मिला है।