

सीवान की मिंता देवी का नाम और तस्वीर प्रियंका गांधी ने संसद में विरोध के लिए टीशर्ट पर इस्तेमाल किया। लेकिन मिंता देवी इससे नाराज हैं। उन्होंने कहा, “प्रियंका गांधी को मेरा नाम और चेहरा इस्तेमाल करने का हक किसने दिया?”
मिंता देवी की टीशर्ट पहनकर प्रियंका गांधी पहुंचीं संसद
New Delhi: बिहार के सीवान जिले की एक साधारण गृहिणी मिंता देवी इन दिनों अचानक देशभर में चर्चा का विषय बन गई हैं। कारण है उनका वोटर कार्ड, जिसमें उनकी उम्र 124 साल दर्ज है। जबकि असल में उनकी उम्र सिर्फ 35 वर्ष है।
इस तकनीकी गलती को लेकर कांग्रेस ने बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनाया। मंगलवार को कांग्रेस महासचिव और सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने संसद में मिंता देवी की तस्वीर और नाम वाली टीशर्ट पहनकर सरकार पर हमला बोला। टीशर्ट पर लिखा था “124 नॉट आउट”।
वोटर कार्ड की गलती बनी सियासी हथियार
दरअसल, मिंता देवी का वोटर कार्ड पहली बार बना है। उनके आधार कार्ड में जन्मतिथि 15/07/1990 है, लेकिन वोटर लिस्ट में यह गलती से 15/07/1900 दर्ज हो गई, जिससे उनकी उम्र 124 साल दिखने लगी। इसी आधार पर कांग्रेस ने बिहार में वोटर लिस्ट की गड़बड़ी और कथित धांधली को मुद्दा बनाया।
प्रियंका गांधी ने इस गड़बड़ी को उजागर करने के लिए मिंता देवी की फोटो और नाम वाली टीशर्ट पहनकर संसद में प्रदर्शन किया, लेकिन इससे मिंता देवी नाराज हो गईं।
मिंता देवी ने जताई कड़ी आपत्ति
सीवान के अरजानीपुर गांव की रहने वाली मिंता देवी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि प्रियंका गांधी कौन होती हैं मेरा नाम और चेहरा टीशर्ट पर छापने वाली? उन्होंने किससे अनुमति ली? मेरी कोई गलती नहीं है। फिर मेरा नाम क्यों इस्तेमाल किया?
उन्होंने यह भी कहा कि प्रियंका गांधी के इस कदम के बाद से वे मानसिक रूप से परेशान हैं, “सुबह से फोन आ रहे हैं, मीडिया वाले द्वार पर आ रहे हैं, चैन से रहने नहीं दे रहे। मुझे इससे बहुत परेशानी हो रही है।”
प्रियंका मेरी क्या लगती हैं?
जब मिंता देवी से पूछा गया कि प्रियंका गांधी तो आपकी मदद कर रही हैं, तो उन्होंने सीधा जवाब दिया, “प्रियंका कौन होती हैं मेरा समर्थन या विरोध करने वाली? मेरा उनसे कोई रिश्ता नहीं। वह क्यों मेरे नाम का पर्चा पहनकर घूम रहीं?”
परिजनों ने भी बताया प्रशासन की गलती
मिंता देवी के ससुर तेज बहादुर सिंह ने कहा कि उन्हें यह गलती टीवी और मोबाइल पर खबर देखकर पता चली। उन्होंने स्पष्ट कहा कि मिंता की असल उम्र 35 वर्ष है और यह चूक निर्वाचन विभाग की ओर से हुई है।
राजनीति और आम जनता के बीच टकराव
इस पूरे घटनाक्रम ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि राजनीतिक विरोध प्रदर्शन में आम लोगों की निजी पहचान का इस्तेमाल कितनी संवेदनशीलता से किया जाना चाहिए। मिंता देवी की नाराजगी ने इस प्रदर्शन को एक नया मोड़ दे दिया है, जो अब खुद कांग्रेस के लिए असहज स्थिति बनाता नजर आ रहा है।