

दिल्ली के करोल बाग इलाके में स्थित विशाल मेगा मार्ट में शुक्रवार शाम भीषण आग लग गई। करीब 12 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया, लेकिन लिफ्ट में फंसे एक कर्मचारी की जान चली गई। सुरक्षा मानकों को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।
विशाल मेगा मार्ट में लगी आग (सोर्स-गूगल)
New Delhi: दिल्ली के करोल बाग स्थित विशाल मेगा मार्ट में शुक्रवार शाम को भीषण आग लगने से इलाके में हड़कंप मच गया। इस दर्दनाक हादसे में 25 वर्षीय युवक धीरेंद्र प्रताप सिंह की लिफ्ट में फंसने से मौत हो गई। मृतक का शव शनिवार सुबह दमकल और बचाव टीमों की संयुक्त तलाशी के दौरान लिफ्ट के अंदर मिला। यह घटना एक बार फिर शहरी बाजारों में फायर सेफ्टी उपायों की पोल खोलती नजर आ रही है।
कड़ी मशक्कत के बाद आग पर पाया काबू
पुलिस और फायर ब्रिगेड को शुक्रवार शाम करीब 6:44 बजे सूचना मिली कि पदम सिंह रोड पर स्थित चार मंजिला इमारत के दूसरे माले पर आग लग गई है। यह इमारत विशाल मेगा मार्ट शोरूम की थी, जहां कपड़े और किराने का सामान बेचा जाता है। तुरंत मौके पर दमकल की 15 गाड़ियां भेजी गईं और करीब 12 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका।
इस बीच, दमकल विभाग, पुलिस और आपदा प्रतिक्रिया टीम द्वारा चलाए गए संयुक्त रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान धीरेंद्र का शव लिफ्ट में पाया गया। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, जब आग लगी, तो अधिकतर लोग इमारत से बाहर निकलने में सफल रहे। लेकिन बिजली सप्लाई बंद किए जाने के कारण धीरेंद्र लिफ्ट में ही फंसे रह गए और दम घुटने से उनकी मौत हो गई।
लापरवाही का मामला
दिल्ली पुलिस ने इस मामले में लापरवाही से मौत का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। फिलहाल आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है, लेकिन शुरुआती जांच में फायर सेफ्टी उपकरणों की अनुपस्थिति और सुरक्षा मानकों के उल्लंघन की बातें सामने आ रही हैं।
स्थानीय लोगों और दुकानदारों का कहना है कि शोरूम में पर्याप्त फायर सेफ्टी इंतजाम नहीं थे। ना तो आग लगने की स्थिति में कोई अलार्म बजा और ना ही आपातकालीन निकासी की स्पष्ट व्यवस्था थी।
दमकल विभाग अभी भी इमारत में कूलिंग का कार्य कर रहा है ताकि फिर से आग भड़कने की कोई संभावना ना रहे। घटना के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई थी, जिसे समय रहते नियंत्रित कर लिया गया।